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Narendra Giri Suicide Case: एक और संत ने आनंद गिरी पर लगाया आरोप, बताया हिस्ट्रीशीटर

प्रयागराज (Narendra Giri Suicide Case) अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत मामले में अब नया मोड़ आया है. अब एक और महंत ने इस आनंद गिरि पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बता दें कि सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरी ने आनंद गिरी पर कई सवाल खड़े किए थे. जिसे उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

(Narendra Giri Suicide Case) उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) में ब्रह्मचारी कुटि के स्वामी ओम भारती ने आनंद गिरि को लेकर खुलासा किया है. स्वामी ओम भारती ने एक राष्ट्रीय टीवी चैनल में बताया कि आनंद गिरि (Anand Giri) एक हिस्ट्रीशीटर है, लॉकडाउन के दौरान उसने नोएडा की सेक्टर 82 में मौजूद ब्रह्मचारी कुटि पर कब्जा करने की कोशिश की थी.

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(Narendra Giri Suicide Case) स्वामी ओम भारती के मुताबिक, तब आनंद गिरि ने खुद को प्रथम महंत बताया था. उन्होंने इस मामले में एफआईआर कराने की कोशिश की थी, लेकिन किसी ने एफआईआर दर्ज नहीं की थी. इसके बाद स्वामी ओम भारती ने अखाड़ा परिषद के महंत नरेंद्र गिरि से संपर्क किया था और तब जाकर आनंद गिरि ने अपना दावा वापस लिया था.

गौरतलब है कि महंत नरेंद्र गिरि (Narendra Giri) के कमरे से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें आनंद गिरि का नाम था. आनंद गिरि पर नरेंद्र गिरि ने मानसिक तौर पर पीड़ित करने के आरोप लगाए थे. इतना ही नहीं अब नरेंद्र गिरि और आनंद गिरि के बीच मई महीने में हुए एक समझौते के तीन चश्मदीदों से भी यूपी पुलिस पूछताछ करने की तैयारी में है. इस मुलाकात में दो नेता और एक अफसर मौजूद थे.

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हालांकि, हिरासत में आने से पहले आनंद गिरि ने महंत नरेंद्र गिरि को मौत को आत्महत्या की बजाय हत्या करार दिया था. आनंद गिरि का आरोप था कि संपत्ति विवाद को लेकर ये सब किया जा सकता है, जिसकी जांच की जानी जरूरी है.

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