
नितिन@रायगढ़। पुसौर पुलिस द्वारा साइबर ठगी मामले में कोलकाता में रेड कार्रवाई कर गिरफ्तार की गई। 14 महिलाओं को आज उन्हें न्यायालय द्वारा दिए गये सशर्त अंतरिम बेल अवधि के खत्म होने की स्थिति में न्यायालय के समक्ष पेश कर आरोपियों दीपिका मंडल, बिना साव उर्फ़ डाली, जूली सिंह,स्नेहा पाल का पुलिस रिमांड लिया गया। पूर्व जानकारी के अनुसार सायबर ठगी करने वाला यह अंतर्राज्यीय गैंग कोलकाता के सुभाष नगर दक्षिण दमदम में कैफे की तर्ज पर अवैध कॉल सेंटर संचालित कर देश के विभिन्न स्थानों में लोगों को कॉल कर टावर लगाने के नाम पर लुभावनी स्कीम बता कर फंसा थे।जब कॉलर राजी हो जाता था तब उन्हें कमर्सियल लायसेंस, इंश्युरेंस, NOC आदि के नाम पर ड्क्युमेंट व रूपये मांगे जाते थे ।
एडिशनल SP संजय महादेवा के मार्गदर्शन पर सीएसपी रायगढ़ अभिनव उपाध्याय के नेतृत्व में गठित 15 सदस्यीय टीम द्वारा पश्चिम बंगाल के विभिन्न ठिकानों पर दबिश देकर इस अंतर्राज्यीय साइबर ठगों गिरोह के मूल ठिकाने पर छापेमार कार्यवाही कर #ऑनलाइन ठगी में शामिल 8 युवक और 14 युवती को गिरफ्तार कर थाना पुसौर के धोखाधड़ी मामले में एडिशनल चीफ मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट कोलकाता के न्यायालय पेश किया गया जिसमें 8 आरोपी – कॉल सेंटर का मैनेजर- 1- गोपाल कंडार 2- राम कुमार साव, 3- विशाल सेठ,4- इंद्रोजीत दास, 5- अंकु गुप्ता, 6- अनिल शाह, 7- रोहित साव और 8- शमसुद हुसैन का न्यायालय द्वारा ट्रांजिट रिमांड पुसौर पुलिस को दिया गया तथा । 14 आरोपियों को सशर्त अंतरिम बेल का लाभ देकर ट्रांजिट रिमांड खत्म होने की अवधि के पूर्व रायगढ़ न्यायालय में उपस्थित होने आदेश दिया गया था.
गिरफ्तार 8 आरोपियों को रायगढ़ लाया गया, आरोपियों से कॉल सेंटर तथा निजी उपयोग के मोबाइल एवं डायरी पृथक- पृथक जप्त कर आरोपी कॉल सेंटर के मैनेजर गोपाल कंडार तथा शमसुद हुसैन का पुलिस रिमांड लेकर जांच जारी है ।
मामले में पुसौर पुलिस द्वारा कोलकाता से गिरफ्तार की गई 14 महिला आरोपियों को दिए गए अंतरिम बेल खत्म होने की अवधि पर आज दिनांक 25.नवंबर.2022 को न्यायालय के समक्ष पेश कर अवैध संचालित कॉल सेंटर की मैनेजर 1-दीपिका मंडल, टीम लीडर 2- बिना साव उर्फ़ डाली, 3- जूली सिंह 4- स्नेहा पाल का पुलिस रिमांड लिया गया है । शेष 10 आरोपिया- मधु यादव, पूजा राय, पूजा सिंह, पिंकी राजभर, पूजा पासवान, पूजा शर्मा, रिंकी साव, पूजा दास, कामिनी पोद्दार, प्रियंका चौधरी का ज्युडिसियल रिमांड लिया गया। जिन्हें जिला जेल दाखिल किया गया।
इधर उक्त मामले में गिरफ्तार की गई महिलाओं के अधिवक्ता आशीष उपाध्याय ने भी उनकी तरफ से कानूनी पक्ष रखते हुए कहा कि पुसौर पुलिस की इस कार्यवाही में मासूम लोगों को निशाना बनाया गया है। ये सभी जरूरतमंद घरों की युवती और महिलाएं है जो महज 5 से 6 हजार रुपए की नौकरी तथाकथित काल सेंटर में करती है। इस खेल के मास्टर माइंड खिलाड़ी अभी भी पुलिस की पहुंच से बाहर है। यहां लाई गई महिलाओं को कोलकाता एसीजीएम न्यायालय से अंतरिम जमानत मिली हुई थी। यद्यपि यहां हमारी अग्रिम जमानत माननीय न्यायालय ने निरस्त किया है। जिसके बाद अभी इन महिलाओं में से 4 को पुलिस रिमांड और शेष को न्यायायिक हिरासत में लिया गया है। आगे हम जमानत की कार्यवाही 27 नवंबर के बाद पुनः शुरू करेंगे।