Chhattisgarh: तेजी से फैलता ब्लैक फंगस,.16 लोगों की जा चुकी है जान…दवाओं की भारी किल्लत….

रायपुर। (Chhattisgarh) छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस तेजी से पैर पसार रहा है। अब तक इस खतरनाक बीमारी से 16 लोग जान गवा चुके हैं। वहीं प्रदेश में 162 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। जिनमें से 126 का इलाज एम्स में चल रहा है। जबकि 24 मरीज रायपुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इसकी पुष्टि की है।
प्रदेश भर में ब्लैक फंगस के दवाओं की कमी है। एम्स और सेक्टर 9 अस्पताल में दवाएं पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में ब्लैक फंगस मरीजों का इलाज हो रहा है। प्रदेश में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
विधायक शैलेष पांडेय ने गुरुवार को सिम्स के ब्लैक फंगस वार्ड का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें जानकारी लगी कि उपचार में उपयोग में आने वाले दवा लाइसोसोमअस खत्म हो चुकी है। वहीं एंफोटरइसिन बी की सिर्फ 55 डोज उपलब्ध हैं। ऐसे में उन्होंने तत्काल ड्रग विभाग को दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
जानिए ब्लैक फंगस या म्यूकोर-मायकोसिस
ब्लैक फंगल संक्रमण या कहें म्यूकोर-मायकोसिस, एक दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है, जो एक म्यूकोर्मिसेट्स के रूप में जाने वाले मोल्डों के समूह के कारण होता है। ये संक्रमण अक्सर कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को अपना शिकार बनाता है।
ब्लैक फंगल संक्रमण या कहें म्यूकोर-मायकोसिस, एक दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है, जो एक म्यूकोर्मिसेट्स के रूप में जाने वाले मोल्डों के समूह के कारण होता है। ये संक्रमण अक्सर कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त लोगों को अपना शिकार बनाता है।