
अनिल गुप्ता@दुर्ग। जिले के गंजमंडी मैदान में आयोजित श्रीमतभगवत कथा में कथावाचक देवी चित्रलेखा आज मीडिया से चर्चा करते हुए कहा की,उत्तरप्रदेश में श्रीराम चरित्र मानस का विरोध करने वाले लोग अधर्मी हैं। जो भी लोग इसका विरोध कर रहे है, उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही होनी चहिए। इससे बड़ा अपराध कोई हो ही नही सकता। जिस ग्रंथ ने हमे जीने का तरीका सिखाया है, उन्ही का यदि कोई अपमान करता है। तो इसके लिए संत समाज को भी आगे आकर इन लोगो का विरोध करना चाहिए।भारत जैसे देश में रहकर जो व्यक्ति इस धार्मिक ग्रंथ को जलाने का सामर्थ्य दिखाता है। तो इससे बड़ी निकृष्टता और नीचता और कुछ नही हो सकता। भारत सनातनीयो का देश है। सजा का विरोध यदि संत समाज करता है। तो सरकार को भी इस तरह के लोगो के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करनी चाहिए।
8 फरवरी तक दुर्ग के गंजपारा मैदान में कथा चलेगी। आज कथावाचक देवी चित्रलेखा ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि संत चाहे किसी भी जाति का क्यों न हो। उसका सम्मान करना चाहिए। वही कुछ लोग संत को भगवान का दर्जा दे रहे हैं ,वो पूरी तरह से गलत है। भगवान की जगह कोई नहीं ले सकता है। उन्होंने,उत्तरप्रदेश के लखनऊ में रामचरितमानस के प्रतियों को जलाने वाले पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की बात कही है।