
रायपुर. राज्य के हर जिले से आए सरपंचों ने रायपुर में रैली निकाली। 13 सूत्रीय मांगों को लेकर राजधानी के बूढ़ापारा स्थल पर सरपंचों ने धरना प्रदर्शन दिया गया। फिर वहीं से बूढ़ापारा की सड़क से मुख्यमंत्री निवास घेरने को बढ़े। जब तक सरपंच सीएम हाउस तक पहुंचते पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान सरपंचों और पुलिसकर्मियों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई। महिलाएं भी भीड़ गई। काफी देर तक सरपंच यहां से आगे जाने की जिद पर अड़े रहे।
छत्तीसगढ़ सरपंच संघ के प्रदेश अध्यक्ष आदित्य उपाध्याय ने बताया ग्राम पंचायत के सरपंच बनने के बाद गांव की जनता की सेवा जरूर कर रहे हैं। मगर मानदेय के रूप में हर महीना 2000 रुपये मिलता है, ये सरपंच का अपमान है। हमें घर परिवार भी चलाना अब मुश्किल हो गया है। उपाध्याय ने दावा किया कि उन जैसे कई सरपंच कर्ज लेकर गांव के लोगों के लिए काम करते हैं। फंड कम मिलता है या तो समय पर मिलता ही नहीं है।
जिला प्रशासन के अफसरों ने सरपंचों से मुलाकात की
कुछ देर बाद जिला प्रशासन के अफसरों ने सरपंचों से मुलाकात की। उनका ज्ञापन लेकर बात शासन तक पहुंचाने का वादा किया। मगर सरपंच राजी नहीं हुए। करीब डेढ़ घंटे तक हंगामा चलता रहा, जिसके बाद सरपंच शांत हुए। लेकिन प्रदर्शन करने वाले सरपंच अब भी धरनास्थल पर मौजूद हैं।