छत्तीसगढ़कोरिया

दो बच्चों समेत चार भालू कुएं में गिरे, 4 घंटे की रेस्क्यू के बाद मिली सफलता

प्रशांत मिश्रा@कोरिया। छत्तीसगढ़ के कोरिया वनमंडल अंतर्गत बैकुंठपुर परिक्षेत्र के ग्राम सोंस में भालू का पूरा परिवार, जिसमंे एक मादा भालू, नर भालू और उसके दो शावक कुंए में गिर गए। सुबह उनके चिल्लाने की आवाज पर ग्रामीणों ने कुंए में देखा तो 4 भालू मिले। मौके पर पहुंची कोरिया वनमंडल की डीएफओ प्रभाकर खलखो, एसडीओ अखिलेष मिश्रा, रेजर सहित वन कर्मियों की रणनीति से भालू का परिवार बाहर आया ओर जंगल की ओर रवाना हो गया। 4 घंटे चले रेस्क्यू के बाद भालू के बाहर आने पर ग्रामीणों ने ताली बजाकर खुशी जाहिर की। कोरिया वन मंडल के बैकुंठपुर परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम सोंस में मुगंफली खाने पहुंचें भालू कुंए में गिर गए। कुएं में ज्यादा पानी नही था। कुएं के चारो और झाड़ियां थी, जिसका अंदाजा भालूओं को नहीं हुआ और 4 भालू कुएं में जा गिरे। जिनमें नर, मादा और उसके दो शावक भालू शामिल है। सुबह भालू के चिल्लाने की आवाज पर ग्रामीणों ने कुंए में देखा और फिर वन विभाग की टीम भालूओं को बाहर लाने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। दूसरी ओर कुएं का पानी बेहद ठंडा होने के कारण भालु ने अपने शावकों को ढंक कर रखा था, कुंए के चारों ओर भींड़ होने के कारण भी वो डरे हुए थे,

वन विभाग की टीम के साथ पहुंचें एसडीओ अखिलेष मिश्रा ने पहले कुछ लंबे लंबे बांस कुएं में डलवाए, ताकि उसके सहारे वो ऊपर आ सके। काफी इंतजार के बाद भालुओं ने उसके सहारे का फायदा नहीं उठाया। उसके बाद यह हुआ कि जेसीबी के माध्यम से उन्हें ऊपर लाया जाए, जेसीबी आई और भालुओं तक पहुंचने की कोशिश की गई, परन्तु भालु जेसीबी को देख और विचलित होने लगे। इसी बीच कोरिया वन मंडल की डीएफओ प्रभाकर खलखों पहुंची, वो अपने साथ टब, रस्सी, भालुओं के खाने के लिए फल लेकर आई, खुद जाकर टब को तैयार कर कुएं में खाने की वस्तुएं डाली गई, मगर भालुओं ने उसे नहीं छुआ, जिसके बाद तय हुआ कि कुंए के एक सिरे को जेसीबी से खोद कर रास्ता बनाया जाए, उसके बाद जेसीबी से खोद कर भालुओं के लिए रास्ता बनाया गया, जिसके बाद भालू का पूरा परिवार एक के बाद एक करके बाहर आया और जंगल की ओर चला गया।

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