छत्तीसगढ़ी संस्कृति और परंपरा हमारे पुरखों की देन, इसे जीवंत बनाए रखना हम सब की नैतिक जबावदारी – मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर जिले के खरोरा में निर्मित कॉलेज भवन का लोकार्पण और दानवीर स्व. दाऊ रामप्रसाद देवांगन की प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि दानवीर देवांगन ने बच्चों के भविष्य उज्जवल करने के लिए अपने जीवनकाल में ही स्कूल के लिए 4 एकड़ जमीन दान की थी। शिक्षा के माध्यम से ना केवल व्यक्ति का विकास होता है। अपितु परिवार और समाज सुदृढ़ और विकसित भी होता है। उन्होंने शिक्षा के अलख जगाने में स्व. दाऊ रामप्रसाद देवांगन की महती सोच और भूमिका की तारीफ की। खरोरा में नया कॉलेज भवन बन जाने से बच्चों को अब उच्च शिक्षा के लिए अन्यत्र जाने की जरूरत नहीं होगी।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि सरकार किसान, मजदुर, महिलाओं सभी के लिए योजनाएं क्रियान्वित कर रही है। आज किसानों के ऋण माफी के साथ-साथ बिजली बिल हाफ योजना, किसानों को तीन और पांच हॉर्सपावर मोटर पर बिजली बिल छूट, राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत प्रति एकड़ 9 हजार रूपये, गरीब भूमिहीन मजदूरों को प्रतिवर्ष 7 हजार रूपये की सहायता दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसकेे साथ-साथ बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए आत्मानंद उत्कृष्ठ अंग्रेजी स्कूल खोले जा रहे है। इससे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को अब अच्छी शिक्षा मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि देश में छत्तीसगढ़ एक मात्र राज्य है, जहां गोबर के साथ-साथ गौ-मुत्र की भी खरीदी की जा रही है। इससे पशुपालकों को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि एक ओर हमने जहां राज्य की जनता की खुशहाली और समृद्धि के लिए अनेक योजनाएं क्रियान्वित कर रहे है, वहीं दुसरी और छत्तीसगढ़ की परंपरा, संस्कृति और खानपान को जीवंत बनाने के लिए कदम उठा रहे है। छत्तीसगढ़ी संस्कृति और परंपराओं की एक अलग पहचान है। यह पहचान हमारे पुरखों की देन है। इसे बनाए रखना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है।