National: लक्षद्वीप तट से 1500 करोड़ रुपये मूल्य की 218 किलोग्राम हेरोइन के साथ अंतरराष्ट्रीय तस्करों का पकड़ा गया गिरोह

नई दिल्ली। लक्षद्वीप में अगत्ती तट पर भारतीय तटरक्षक बल (ICG) और राजस्व खुफिया विभाग (DRI) द्वारा संयुक्त रूप से एक अभियान चलाया गया। प्रिंस और लिटिल जीसस की नौकाओं को 218 किलो हेरोइन के साथ पकड़ा गया।
जानकारी के मुताबिक यह अभियान भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) और राजस्व खुफिया विभाग (डीआरआई) ने संयुक्त रूप से लक्षद्वीप में अगत्ती तट पर चलाया।
डीआरआई द्वारा कई महीनों की अवधि में विशिष्ट खुफिया जानकारी विकसित करने के बाद एक ऑपरेशन शुरू किया गया था कि दो भारतीय नौकाएं मई के दूसरे और तीसरे सफ्ताह में तमिलनाडु के तट से नौकायन करेंगी और अरब सागर में कहीं न कहीं बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ प्राप्त करेंगी।
इन सूचनाओं के आधार पर, 7 मई को आईसीजी कोडनेम ‘ऑपरेशन खोजबीन’ के साथ डीआरआई का एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया गया था और ऑपरेशन के तहत, आईसीजी जहाज सुजीत ने डीआरआई अधिकारियों के साथ देश के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) के पास कड़ी नजर रखी।
बहुत उबड़-खाबड़ समुद्रों के बीच कई दिनों तक लगातार खोज और निगरानी के बाद, दो संदिग्ध नावें ‘प्रिंस’ और ‘लिटिल जीसस’ को भारत की ओर बढ़ते हुए देखा गया।
दोनों भारतीय नौकाओं को 18 मई को लक्षद्वीप द्वीप समूह के तट से आईसीजी और डीआरआई के अधिकारियों ने रोक लिया था।
पूछताछ करने पर इन नावों में सवार कुछ क्रू मेंबर्स ने कबूल किया कि उन्हें ऊंचे समुद्रों पर भारी मात्रा में हेरोइन मिली थी और उन्होंने इसे दोनों नावों में छुपाया था। इसे देखते हुए दोनों नावों को आगे की कार्यवाही के लिए कोच्चि ले जाया गया।
कोच्चि में तटरक्षक जिला मुख्यालय में दोनों नावों की गहन तलाशी ली गई, जिसके परिणामस्वरूप 1 किलो वजन की हेरोइन के 218 पैकेट बरामद हुए।
नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम, 1985 के प्रावधानों के तहत कार्यवाही वर्तमान में डीआरआई द्वारा की जा रही है।