
गयानाथ@कोरबा। वन मंडल के विभिन्न क्षेत्रों में जंगली जानवरों के हमलों में लोग जख्मी हो रहे हैं। छुईढोंढा के पास दो भालूओं के हमले में एक ग्रामीण बुरी तरह से जख्मी हो गया। उसने किसी तरह अपनी जान बचाई। पीड़ित को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी चिकित्सा के लिए वन विभाग ने सिर्फ ₹500 की राहत राशि दी है।
रजगामार गांव का रहने वाला जगजीवन पटेल इस घटना का शिकार हुआ है। उसकी मानसिक स्थिति कुछ दिन से बेहतर रही है। आवश्यक काम से वह ससुराल चचिया गया हुआ था और देर रात को अपने घर के लिए रवाना हो गया। इस बीच जंगल के रास्ते में भालूओं ने उस पर हमला कर दिया। पीड़ित के भाई विनोद ने बताया कि आसपास के लोगों के जरिए इस बारे में जानकारी मिली। और वह मौके पर पहुंचे जहां उसका भाई खून से लथपथ पड़ा हुआ था जिसे वाहन का माध्यम से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया उसका भाई थोड़ा मानसिक रूप से कमजोर है। इस घटना में जगदीश के हाथ और पैर पर गम्भीर चोंट आयी है।
विनोद ने बताया कि निश्चित रूप से मौके पर उसके भाई ने भालू से टक्कर ली होगी। वन विभाग के द्वारा इस मामले में चिकित्सा के लिए केवल ₹500 की राशि उपलब्ध कराई गई है जो ऊंट के मुंह में जीरा के समान है।
जंगली जानवर के हमले में घायल ग्रामीण को कोरबा के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने के साथ उपचार दिया जा रहा है। वन मंडल कोरबा में जंगली जानवरों के द्वारा उत्पात मचाने और हमला करने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इस पर रोक कैसे लगे इस दिशा में अब तक कोई कार्ययोजना नहीं बन सकी है।