
मीनू साहू@बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिला में संस्कृति और सभ्यता का बेजोड़ मिसाल पेश करता है। प्राचीन काल से राधा कृष्ण की अमर रास लीला की कहानी को पूरे राज्य पर होली महापर्व के रूप में धूमधाम से मनाई जाने का पौराणिक परंपरा रही है। सूबे के कस्बा, गांव, शहर बंसत की इस महापर्व होली को शांति, प्रेम भाईचारा, एकजुटता, सद्भाव का संदेश देते हुए मनाते हैं। वैसे तो होली का यह महापर्व रंगों का त्यौहार माना जाता है। इस बीच राज्य में बालोद जिला के पावन धरा पर मौजूद डौंडीलोहारा विधानसभा के विधायक एवं महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया ने जनता से मिलने और कार्यकर्ताओं को जोश दिलाने के लिए ए.पी.स्कूल में भव्य होली मिलन समारोह का आयोजन किया।
जहां स्थानीय नेताओं को जिलावासियों ने रंग में सराबोर कर दिया क्षेत्र के गरीब जनता मजदूर, किसान,और युवा नवजवान रंग और अबीर के साथ धमाकेदार बजट की खुशियों में झूमते दिखाई दिए हैं।