देश - विदेश

Nagaland में सैनिकों ने आम नागरिकों पर क्यों की फायरिंग ? सदन में गृह मंत्री अमित शाह ने दी जानकारी

नई दिल्ली।  नागालैंड (Nagaland) में सैनिकों के द्वारा आम लोगों पर हुई फायरिंग के मामले में गृहमंत्री ने संसद में पूरी जानकारी देते हुए बताया कि ओटिंग गांव में उग्रवादी मूवमेंट की जानकारी मिली थी। इसके बाद 21 कमांडोज ने संदिग्ध इलाके की घेराबंद कर ली थी। इसी दौरान एक वाहन वहां पहुंचा, सेना ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन वाहने रोकने के बजाय चालक गाड़ी को भगाने की कोशिश की। सैनिकों ने गाड़ी में उग्रवादियों के होने की आशंका से उस पर फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के दौरान गाड़ी में 8 लोग सवार थे। जिनमें से 6 लोगों की मौत हो गई। मगर कुछ देर बाद सैनिकों को जानकारी मिली कि ये उग्रवादी की गाड़ी नहीं थी,गलत पहचान की वजह से यह घटना घटित हुई.

Chhattisgarh: धान के अवैध तस्करों को रोकने प्रशासन ने तेज की कार्यवाही, अब यहां से जब्त हुआ 48 क्विंटल अवैध धान जप्त

सैनिक घायलों को कैंप लेकर पहुंचे

जैसे ही सैनिकों को इसकी जानकारी हुई तत्काल गाड़ी के पास पहुंचे, घायलों को उतारकर हेल्थ सेंटर ले गए। इसी दौरान इसकी जानकारी वहां के रहवासियों को लग गई। और बड़ी संख्या में लोग जुट गए। गुस्साई भीड़ ने दो वाहनों में आग लगा दी। उन पर हमला भी कर दिया। सैनिकों ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए फायरिंग की। इसमें 7 नागरिकों की मौत हो गई। गृह मंत्री ने पुलिस और प्रशासन के द्वारा हालात को संभालने की जानकारी सदन में दी

Kanker: सुनिए सहकारिता विस्तार अधिकारी और समिति अध्यक्ष के बीच बातचीत का ऑडियो, लगा है ये आरोप

फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में

सदन में अमित शाह ने आगे कहा कि इलाके में स्थिति फिलहाल तनावपूर्ण है, लेकिन नियंत्रण में हैं। घटना की जानाकारी मिलते ही डीजीपी और कमिश्नर मौके पर पहुंचे। रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। हालात की गंभीरता को समझते हुए स्टेट क्राइम पुलिस स्टेशन को जांच सौपी गई है। घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है और एक महीने में जांच रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया गया है।’

एजेंसियों को दिया है आदेश, भविष्य में न हो ऐसी कोई घटना

उन्होंने कहा कि यह फैसला लिया गया है कि सभी एजेंसियां यह तय करें कि भविष्य में कभी भी इस तरह की घटना न दोहराई जाए। सरकार की पूरे घटनाक्रम पर नजर है और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। होम मिनिस्टर ने कहा कि स्थिति की जायजा कल लिया गया था। होम मिनिस्टर ने पूर्वोत्तर के अतिरिक्त प्रभारी सचिव को कोहिमा भेजा था। इसके बाद उन्होंने सोमवार को चीफ सेक्रेटरी से मुलाकात की। इस मीटिंग में वरिष्ठ अधिकारी और सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

Related Articles

Back to top button