Video: 21 वीं सदी का ये गांव! यहां गड्‌ढ़ा खोदकर प्यास बुझाने को मजबूर ग्रामीण, पीएचई विभाग बैठा मौन

आनंद कुमार@बलरामपुर। (Video) जिले के ब्लाक वाड्रफनगर के ग्राम पंचायत भगवानपुर  के आश्रित ग्राम जुगनी  कोडाकू पारा  देश आजाद  होने के बाद भी आजादी से पहले बसे कोड़ाकु के पुत्रो और नातियो को शुद्ध जल पीने को नसीब नहीं हो पा रहा है।  अभी भी लगभग 15 घरों में बसे कूड़ाकु नाला में गड्ढा खोद कर लगे प्यास को बुझाने को मजबूर हैं।

ग्रामीणों द्वारा  बताया गया कि गंदे पानी पीकर बरसात के दिनों में बीमार होने के बाद हॉस्पिटल जाने के लिए सही ढंग से रास्ता भी नहीं है। जंगली जड़ी बूटी  खाकर बीमारी को दूर भगा ने कि  कोशिश करते है अभी तो बीमारी के साथ-साथ महामारी कोरोना फैल रहा है।

ग्रामीणों ने बताया कि  बरसात के दिनों में  पानी के लिए  तरसना पड़ता है  गंदे पानी पीकर  प्यास  बुझाया  जाता है। गर्मी के दिनों में भी  नाला सूख जाने पर  दर-दर भटकना पड़ता है और दूर से पानी  लाकर  प्यास  बुझाया जाता है। ग्राम पंचायत भगवानपुर सरपंच के द्वारा उच्च अधिकारियों को लिखित आवेदन देने के बाद भी अभी तक शुद्ध जल पीने के लिए उच्च अधिकारियों द्वारा  एक नलकूप खनन तक नहीं कराया गया है। जिससे मजबूर होकर पहाड़ी में बसे कोड़ाकू   जाति के लोग नाला का पानी पीकर  जीवन बसर  किया जा रहा है।

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