सरगुजा-अंबिकापुर

Ambikapur: अस्तित्व की लड़ाई, एल्युमिनियम प्लांट का विरोध , शाम 5 बजे तक चलने वाली जनसुनवाई महज 3 घंटे में समाप्त, आक्रोशित ग्रामीणों ने अधिकारियों को दूर तक दौड़ाया, Video

शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। (Ambikapur) जिले के मैनपाट के तराई में बसा चिरगा गांव में आज मौजूद अधिकारियों को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। बता दें कि चिरगा में मां कुदरगढ़ी एल्युमनियिम रिफायनरी प्लाटं लगाया जाना है। जिसको लेकर अधिकारी आज ग्रामीणों का बयान दर्ज करने के लिए ग्राम चिरगा में जनसुनवाई आयोजित किये। शाम 5 बजे तक चलने वाला जनसुनवाई महज तीन घंटे में समाप्त हो गया। जिसको लेकर ग्रामीण काफी आक्रोशित हुए। (Ambikapur) इधर भड़के ग्रामीण मौजूद अधिकारियों को दूर तक दौड़ा दिया। साथ उद्योग विभाग के एक अधिकारी को पकड़कर बंधक बना लिया।

चिरगा में एल्युमिनियम प्लांट बैठाने की चल रही कवायद

(Ambikapur) चिरगा में एल्युमिनियम प्लांट बैठाने की कवायद चल रही है। जिसको लेकर ग्रामीण लगातार विरोध र रहे हैं। आज इस प्लांट के लिए पर्यावरणीय जनसुनवाई आयोजित की गई। जिसमें ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जो ग्रामीण प्लांट के विरोध में थे उन्हें बोलने नहीं दिया गया। जबकि जो बोलने में असहज ग्रामीणों का बयान दर्ज किया गया। प्लांट के कर्मचारी और अधिकारी जानबूझकर ग्रामीणों के विरोध के बावजूद पूरी बात दर्ज किये बिना जनसुनवाई महज 3 घंटे में समाप्त कर लिये।

आखिर क्यों हो रहा एल्युमिनियम प्लांट का विरोध

एल्युमिनियम प्लांट को 1147 करोड़ की लागत से तैयार किया जाएगा। जिसमें सब्सिडी भी दी जा रही है। पर्यावरण से लेकर ग्रामीण कई बिंदुओं पर विरोध कर रहे हैं। घूनघुट्टा डेम से पानी मिलता वो प्रमुख नदी चिरगा से होकर गुजरती है। ऐसे में एल्युमिनियम प्लांट के निर्माण से नदी के अस्तित्व पर संकट आ सकता है।

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