बिपत सारथी@पेंड्रा. मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर रेत के काले कारोबार को लेकर एक बार फिर माफियाओं के बुलंद हौसले का एक मामला सामने आया है. जिसमें रेत माफियाओं ने रेत से भरी ट्रैक्टर पकड़ने पर वन कर्मचारियों पर ही हमला कर दिया और जप्त ट्रैक्टर को अपने साथ लेकर चले गए। मामला गौरेला थाने का है.
फॉरेस्ट गार्ड से बदतमीजी करते हुए किए मारपीट
जहां पर गौरेला के वनपरिक्षेत्र अधिकारी नरेशचंद्रदेव नाग अपने अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ मलनिया स्टॉप डेम से रेत उत्खनन कर मध्यप्रदेश की ओर ले जा रहे रेत से भरे ट्रैक्टर की सूचना मिली. पर जब कार्यवाही करने पहुंचे और दुर्गा धारा के पास रेत से भरे तीन ट्रैक्टर को जप्त किया. वहां पहले ट्रैक्टर चालक ट्रैक्टर छोड़कर तो फरार हुए. फिर रेत कारोबार से जुड़े वाहन मालिक और बाकी लोग वहां पहुंचे और फॉरेस्ट गार्ड से बदतमीजी करते हुए मारपीट किए ।
रेंजर की रिपोर्ट पर 4 के खिलाफ एफआईआर
मामले में गौरेला रेंजर नरेशचंद्रदेव नाग की रिपोर्ट पर चार आरोपियों गोलू यादव, दिपकु गोंड , मस्कू राठौर और राहुल पनिका के खिलाफ भादवि की धारा 186 , 332, 353, 294, 506 , 323 और 34 के तहत अपराध दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी और गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं.