Sukama: कब थमेगा उत्पात! नक्सलियों ने गांव से 3 परिवारों को निकाला बाहर, पुलिस मुखबिर होने का लगाया आरोप
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बासकी ठाकुर@सुकमा। (Sukama) नक्सलियों ने अपने प्रभाव वाले इलाके के बड़े केड़वाल गाँव के तीन परिवारों को गाँव से निकाल दिया है। दरअसल नक्सलियों को गाँव के तीन परिवारों पर पुलिस की मुखबिरी एवं सहयोग करने का शक था। (Sukama) जिसके बाद नक्सलियों द्वारा ग्रामीणों की बैठक कर तीनों परिवारों को तत्काल गाँव छोड़ने का फ़रमान सुना दिया गया।
(Sukama) जिसके बाद परिवारों के परिजनों ने अलग अलग इलाक़ों से ग्यारह ट्रेक्टरों को बड़े केड़वाल गाँव भेजा था? गुरूवार को बड़े केड़वाल पहुँचे ट्रेक्टरों मे तीन परिवारों के दर्जनों सदस्यों ने अपने अपने घरों का सामान दो दिनों तक लादा और फिर शुक्रवार को दोरनापाल के लिए निकल पड़े। शाम तक़रीबन पाँच बजे तीन परिवारों के सदस्यों एवं घरों की सामग्रियों को लेकर सभी ट्रेक्टर दोरनापाल पहुँचे।
वापस लौटे परिवारों के कुछ सदस्यों ने बताया की नक्सलियों को उन पर पुलिस का मुखबिरी करने का शक था जिसके वजह से गाँव छोड़ने का फ़रमान जारी कर दिया गया। वही नक्सलियों का ख़ौफ़ उस इलाके मे किस कदर है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नक्सलियों के फ़रमान के चंद घंटो मे तीनों परिवारों के सदस्यों ने गाँव छोड़ दिया।
गाँव से बहिष्कृत किए गए परिवारों के सदस्यों के कुछ परिजन दोरनापाल से लगे उड़ीसा के गाँवों मे भी निवास करते है। जहाँ तत्कालिक तौर पर सभी लोग अपने रिश्तेदारों के यहाँ रूकने की बात करते दिखे।
दरअसल जगरगुंडा मार्ग पर पुलिस द्वारा सभी वाहनों को रोक दिया गया और पुछताछ की जा रही थी। इसी दौरान गाँवों छोड़ पहुँचे लोग वहाँ से जाने की जल्दबाज़ी मे देखे गए। ताकि किसी तरह फिरसे नक्सलियों तक पुलिस के रोकने की ख़बर ना मिल सके। हालांकि पुरे मामले में ग्रामीणों ने किसी भी तरह की शिकायत पुलिस को नहीं की है।