बिज़नेस (Business)

63 हजार प्रति 10 ग्राम तक खरीदना पड़ सकता है सोना, जानिए वजह

आने वाले समय में आपको महंगा सोना खरीदना पड़ सकता है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज का मानना है कि सोने की कीमत 63000 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर पहुंच सकता है।

पूरी दुनिया में सोने को सुरक्षित निवेश का बेहतरीन विकल्प माना जाता है। इजराइल-हमास युद्ध की वजह से पैदा हुए भू-राजनीतिक तनाव से सोने की मांग सुरक्षित निवेश के लिहाज से बढ़ रही है। IANS की खबर के मुताबिक, एक और वजह दुनियाभर के ज्यादातर केंद्रीय बैंकों की तरफ से ब्याज दरों को स्थिर रखना भी है।

कीमतों में इस साल रहा काफी उतार-चढ़ाव

खबर के मुताबिक, सोने की कीमत में इस साल अबतक काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। प्रमुख केंद्रीय बैंकों की तरफ से ब्याज दर में आक्रामक बढ़ोतरी ने कुछ समय के लिए सोने की चमक को फीका कर दिया था। मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट में कहा गया है कि हाल के भू-राजनीतिक तनाव और मौजूदा मौद्रिक नीति ने सोने की कीमत को जोरदार सपोर्ट दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि निश्चित रूप से कीमती धातु के लिए कुछ विपरीत परिस्थितियां हैं। जैसे सॉफ्ट लैंडिंग की उम्मीदें, दरों में आगे बढ़ोतरी, भू-राजनीतिक तनाव में कमी आदि। हालांकि कोविड-19 महामारी से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध और अब इज़राइल-हमास संघर्ष तक जोखिम की कीमत सोने में लगाई जा रही है।

लंबे समय तक रह सकता है तेजी का रुझान

मिडिल ईस्ट विवाद में नरमी और/या यूएस फेड के सख्त रुख के बने रहने से सोने की कीमत पर असर पड़ सकता है। यह असर लंबे समय तक असर डाल सकते हैं जिससे सोने की कीमत 63,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक को भी छू सकता है। जोखिम वाली संपत्तियों में अधिक खरीददारी और डॉलर इंडेक्स और यील्ड में अस्थिरता जैसे कुछ प्रमुख बुनियादी बदलावों ने भी इस साल सोने-चांदी की कीमत में तेज उतार-चढ़ाव आया। रिपोर्ट बताती है कि इस साल की शुरुआत में सोना 2,070 डॉलर के अब तक के सबसे ऊंचे लेवल पर पहुंच गया था और फिर 1,800 डॉलर के करीब निचले स्तर पर आ गया, और अब वापस 2,000 डॉलर पर फिर से पहुंच गया है।

…तब इस दिवाली तक 60% तक का रिटर्न मिलता

निवेशक ऐसे समझ लें कि अगर आपने 2019 की दिवाली के दौरान सोने में निवेश किया होता, तो इस दिवाली तक आपको 60 प्रतिशत का रिटर्न मिलता। रिपोर्ट में कहा गया है, 5 और 1 साल की अवधि में एसपीडीआर गोल्ड शेयरों ने क्रमशः 30 प्रतिशत और 10 प्रतिशत की तेजी दर्ज की है, जबकि समान अवधि में घरेलू गोल्ड ईटीएफ का औसत लाभ क्रमशः 55 प्रतिशत और 15 प्रतिशत है।

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