Chhattisgarh assembly session: विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा- बताइए क्या यह सही है कि या एक पक्ष को ही सुनना चाहिए, तो जवाब में रमन सिंह ने कहा- प्रदेश के इतिहास में अति विशिष्ट प्रकृति का मसला

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र (Chhattisgarh assembly session) की शुरूआत हंगामेदार हुई है। विधायक बृहस्पति सिंह मामले में हंगामे के बाद सदन को 5 मिनट के लिए स्थगित कर दिया गया था। जिसके बाद फिर से सदन की कार्यवाही शुरू हुई।
(Chhattisgarh assembly session) इस पर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत (Assembly Speaker Charandas Mahant) ने वरिष्ठ विधायक डॉ रमन सिंह से कहा कि आप पंद्रह साल के मुख्यमंत्री रहे हैं, प्राकृतिक न्याय का सिद्धांत है दोनों पक्षों की सुनना चाहिए.. बताइए क्या यह सही है कि या एक पक्ष को ही सुनना चाहिए. इस पर डॉ रमन सिंह ने कहा यह प्रदेश के इतिहास में अति विशिष्ट प्रकृति का मसला है.. इसलिए सारे विधायक उत्तेजित हैं और मांग रख रहे हैं.
शोरगुल हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष महंत ने व्यवस्था दी. जिसमें उन्होंने कहा कि अब तक विधायक ने मुझसे कुछ नहीं कहा. विधायक ने सदन में कुछ नहीं कहा है. इस मामले की जानकारी मुझे विपक्ष से हुई, इसलिए मैं सत्ता पक्ष से पूछूँगा”
इस पर विपक्ष ने असंतोष प्रकट करते हुए विधायक की बात सदन में कहे जाने का आग्रह दोहराया और उसके बाद शोरगुल होने लगा।
इस बीच सदन के नेता भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा आप लोगों ने कहा.. हम शांति से सूनते रहे.. अब व्यवस्था हमें जवाब देने की है.. निर्देश हैं कहने दीजिए”
लेकिन विपक्षी हंगामा जारी रहा। शोरगुल के बीच विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश तक स्थगित कर दी।