मुंगेली

Mungeli: सरकारी नहीं बल्कि निजी अस्पताल में सेवाएं दे रहे डॉक्टर, जानिए कैसे एक मरीज को बिना बिल चुकाए नहीं दी गई छुट्टी….

 

नवनीत शुक्ला@मुंगेली। (Mungeli) जिले में एक बार फिर निजी अस्पताल का शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। जिसमे एक मरीज को बकाया बिल चुकाने तक छुट्टी नई दी गई। इससे पूर्व भी कोरोना काल के दौरान भी अस्पताल से ऐसा ही मामला सामने आया था। जिससे मरीज का शव परिजनों को बिना बिल भुगतान के नही सौंपा जा रहा था। (Mungeli) उस समय भी एसडीएम के हस्तक्षेप बाद शव परिजनों को दिया गया।

(Mungeli) मामला नगर में संचालित अवध अस्पताल का है जहाँ पहले मरीज के परिजनों को स्मार्ट कार्ड में इलाज की बात कही गई। इसके बावजूद मरीज के परिजनों से 13 हजार रुपए के बिल भुगतान की बात कही गई.

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मरीज के परिजनों के अनुसार महिला को पहले डिलीवरी के लिये जिला चिकित्सालय ले जाया गया था मगर वहां के पदस्थ डाक्टरों द्वारा इलाज में असमर्थता जताया गया। जिसके उपरांत महिला को डिलीवरी के लिये अवध अस्पताल मुंगेली में भर्ती किया गया। जहां जिला अस्पताल में पदस्थ महिला चिकित्सक डॉ प्रियंका जांगड़े ने ऑपरेशन किया. 

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बता दें कि जहां प्रदेश के मुखिया द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।  ऐसे में सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा इलाज न करके निजी अस्पतालो में सेवाएं दी जा रही है, जो कहीं न कही प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करता है. विभाग द्वारा कार्यवाही का हवाला देते हुए महज कागजो तक ही समेट तो नही  दिया जा रहा ।

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