छत्तीसगढ़

Gariyaband: दो महीने पहले बनी पीएम सड़क में दिखने लगी भ्रष्टाचार की दरारें, जनपद अध्यक्ष के दौरे के दौरान खुली गुणवत्ता संबंधी दावों की पोल

रवि तिवारी@देवभोग। (Gariyaband) केंदुबन्द से कोदोबेड़ा सीमा तक बनाये गए पीएम सड़क में दो महीने में ही भ्रष्टाचार की दरारें सड़क में नज़र आने लगी है। दो महीने पहले बनाये गए इस सड़क में जगह-जगह दरारें दिखने लगी है। वही सड़क दबनी भी शुरू हो गयी है। सड़क के गुणवत्ता संबंधी दावों की पोल आज जनपद अध्यक्ष के दौरे के दौरान खुल गयी। (Gariyaband) जनपद अध्यक्ष नेहा सिंघल जब केंदुबन्द से कोदोबेड़ा तक बने पीएम सड़क को देखने पहुँची तो उन्हें दिखा की सड़कों में जगह-जगह दरारें पड़नी शुरू हो गयी है। इतना ही नही सड़क अभी से दबने भी लगी है। जनपद अध्यक्ष ने बताया कि सड़क दबने भी लगी है और उसमें लगाया गया डामर गिट्टियों के साथ उखड़ने भी लगा है। (Gariyaband) जनपद अध्यक्ष ने कहा कि काम के दौरान ही इंजीनियर और विभाग के एसडीओ से सम्पर्क कर काम में गुणवत्ता लाने को कहा गया था,लेकिन जिम्मेदारों ने एक ना सुनी,आज उसी का नतीजा है कि सड़क में दो महीने में ही दरारें दिखनी शुरू हो गयी है,और सड़क भी दबने लगा है और अधिकारियों के गुणवत्ता के दावों की पोल सड़क ही बया कर रहा है।

मामले में उच्चस्तरीय जांच के लिए करूंगी मांग

मामले में जनपद अध्यक्ष नेहा सिंघल ने कहा कि उन्होंने सड़क की स्थिति मौके पर जाकर देखा। घटिया औऱ स्तरहीन काम को अंजाम देकर ठुकपालीस तरीके से काम को अंजाम दिया जा रहा है। इसी का नतीजा है कि सड़क दो माह भी टीक नही रहा है। वही जगह-जगह पड़ने वाली दरारें और दबी हुई सड़कें खुद बया कर रही है कि सड़क निर्माण के दौरान नियमों को कितना ताक पर रखकर काम किया गया है। जनपद अध्यक्ष ने कहा कि वे मुख्यमंत्री,प्रभारी मंत्री और जिले के कलेक्टर को पत्र लिखकर मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग करेंगी। किसी भी शर्त में घटिया औऱ स्तरहीन निर्माण को बर्दाश्त नही किया जाएगा।

जनप्रतिनिधियों की बातों को तवज़्ज़ो नही देते अधिकारी

जनपद अध्यक्ष नेहा सिंघल औऱ जनपद सभापति असलम मेमन ने बताया कि ठेकेदार द्वारा इंजीनियर और एसडीओ के संरक्षण में घटिया और स्तरहीन काम को अंजाम दिया जा रहा है। वही ठेकेदार द्वारा केंदुबन्द से कोदोबेड़ा सीमा तक साइड सोल्डर में मिट्टी डाल दिया गया है। वही इस मामले को लेकर इंजीनियर और एसडीओ से चर्चा भी किया गया लेकिन उन्होंने बातों को तवज़्ज़ो नही दिया इसी का नतीजा है कि घटिया और स्तरहीन काम के बदौलत आज सड़क में दरारें साफ तौर पर देखी जा रही है। दोनों जनप्रतिनिधियों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच करवाने की बात कही है। मामले को लेकर इंजीनियर सौरभ दास से सम्पर्क किया गया लेकिन उन्होंने फ़ोन उठाना मुनासिब नही समझा।

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