गरियाबंद

Gariyaband: सुपेबेड़ा के लोगों को साफ पानी देने का वादा अभी भी अधूरा, ग्रामीण बोले- क्या हुआ तेरा वादा,साफ पानी देने का वो भरोसा

 

रवि तिवारी@देवभोग।  (Gariyaband) साल भर पहले प्रदेश के पीएचई मंत्री रुद्र गुरु स्वास्थ्य मंत्री के साथ सुपेबेडा के दौरे पर आए थे। उस दौरान सुपेबेडा के ग्रामीणों ने मंत्री से तेल नदी से पानी दिए जाने की मांग की थी। ग्रामीणों की मांग पर मंत्री ने तत्काल हामी भरते हुए मंच से ग्रामीणों को वादा किया था कि उन्हें महीने भर के अंदर नदी से पानी मिलने लगेगा। (Gariyaband) वही साल भर बीतने के बाद भी मंत्री के वादे का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन नही हो पाया। वही अब ग्रामीण पूछने लगे है क्या हुआ तेरा वादा,वो महीने भर में नदी से पानी देने का भरोसा।

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(Gariyaband) वही क्षेत्र की जनपद सदस्या जोशना सोनवानी की माने तो मंत्री के द्वारा मंच से नदी से पानी महीने भर के अंदर दिए जाने की घोषणा के बाद ग्रामीणों में बहुत ज्यादा उत्साह देखने को मिल रहा था,वही साल भर बीतने के बाद भी काम शुरू नही हो पाया है।

सोनवानी ने कहा कि वे अभी राजधानी में है। वही सुपेबेडा, खोखसरा और सेनमुड़ा पंचायत के तीन सरपंचों के द्वारा किये गए हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन वे राज्यपाल को सौपने की तैयारी में है। वही गॉव के महेंद्र सोनवानी,महेंद्र मसरा के साथ ही अन्य ग्रामीण भी जिम्मेदारों से पूछ रहे है कि मंत्री का घोषणा आखिर कब तक जमीनी स्तर पर क्रियान्वित्त हो पायेगा।

एसडीओ बोले टेंडर को मिलेगी स्वीकृति तो तुरंत शुरू हो जाएगा काम

मामले में पीएचई विभाग के एसडीओ अरुण भार्गव ने बताया कि मंत्री जी के घोषणा के तुरंत बाद पिछले नवम्बर महीने में ही समूह जलप्रदाय योजना से तेल नदी से पानी आने के लिए स्वीकृति मिल गयी है।

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 भार्गव के मुताबिक जैसे ही टेंडर को स्वीकृति मिल जाएगी,इसके तुरंत बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया की 12.78 करोड़ रुपये की स्वीकृति इस योजना में मिलेगी।वही 9 गॉव सुपेबेडा, ठिरलीगुड़ा, सेनमुड़ा, मोटरापारा,खोकसरा, सागौन भाड़ी, खम्भारगुड़ा, निष्टिगुड़ा, परवापाली के ग्रामीणों को इस योजना का लाभ मिलेगा।

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किडनी से अब तक हो चुकी है 70 से भी ज्यादा मौतें

यहां बताना लाज़मी होगा कि सुपेबेडा में अब तक किडनी से 70 से भी ज्यादा मौतें हो चुकी है। वही मौत के बढ़ते आंकड़ों ने तत्कालीन सरकार को हिला कर रख दिया था। जिसके बाद पूर्ववर्ती सरकार ने ठोस कदम उठाते हुए गॉव में 3    फ्लोराइड रिमूवल प्लांट और 3 आर्सेनिक रिमूवल प्लांट लगाए थे।

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