Gariyaband: कोरोना ने ली पिता की जान, अब परिवार के सामने टूटा दुखों का पहाड़, आर्थिक सहायता के लिए बेटे ने सौंपा जिला पंचायत अध्यक्ष को ज्ञापन, कही ये बात
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रवि तिवारी@गरियाबंद। (Gariyaband) मेरे पिताजी ने अपने जिंदगी के 15 साल आमजनों की सेवा करते हुए काट दिए,देवभोग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दैनिक वेतन भोगी के रूप में कार्यरत होने के बाद भी वे अपने ड्यूटी के प्रति बहुत ज्यादा गम्भीर थे। दिन-रात ड्यूटी करते हुए उन्होंने अपने कार्य को बखूबी निभाया। इस बीच कोरोना काल में वे कोरोना से संक्रमित हो गए,और कोरोना ने उनकी जान ले ली।
(Gariyaband) वही पिता के जाने के बाद आज मेरे सामने परिवार चलाने की सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो गयी है। उक्त कथन रुंधे गले से मृतक का पुत्र सूर्यकांत सिंदूर जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति नीरज ठाकुर को ज्ञापन सौंपा। (Gariyaband) मृतक के पुत्र की माने तो उसके दादा का देहांत पहले ही चुका है,वही दादा के जाने के बाद पिता के ऊपर पूरी जिम्मेदारी थी। वही अब पिता के जाने के बाद पूरी जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गई है।
सूर्यकांत ने जिला पंचायत अध्यक्ष को बताया कि वे कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर बेरोजगार है। उसके सामने परिवार चलाने के साथ ही आर्थिक समस्या भी उत्पन्न हो गयी है। अब वह सोच में पड़ गया है कि आगे परिवार का भरण पोषण कैसे करेगा। यहां बताना लाज़मी होगा कि सूर्यकांत के सामने अब उसकी माँ,तीन भाई-बहन और उसकी दादी की जिम्मेदारी आ गयी है।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने दिया मदद का आश्वासन
वही युवक द्वारा वस्तुस्थिति से अवगत करवाये जाने के बाद जिला पंचायत अध्यक्ष ने युवक को आश्वासन देते हुए कहा कि वे हर संभव मदद करेंगी। उन्होंने कहा कि मृतक ने कोरोना योद्धा के रूप में काम करते हुए आमजनों की सेवा के लिए अपने जान गवाएं है। ऐसे में वे जल्द ही जिम्मेदारों से चर्चा कर परिवार के लिए उचित कदम उठाएंगी।