धमतरी

Dhamtari: वर्दी के साथ शालीनता भी पहने अधिकारी…पढ़िए क्या है पूरा माजरा

संदेश गुप्ता@धमतरी। (Dhamtari) पुलिस में कई आईपीएस और सीपीएस अधिकारी बतौर प्रशिक्षु आये और यहाँ से सीखे पुलिसिंग के हुनर की बदौलत आज राज्य के विभिन्न जिलो में बेहतर काम कर रहे हैं.

(Dhamtari) धमतरी के पुलिस थानो का इतिहास 150 साल पुराना जाना जाता है. लिहाजा यहाँ प्रशिक्षु बन कर आये अधिकारी प्रोफेशनल स्किल के अलावा संस्कार और सदभाव की पूंजी भी धमतरी से लेकर जाते रहे हैं. (Dhamtari) लेकिन बीते कुछ महीनों से धमतरी में आयी महिला प्रशिक्षु पुलिस अधिकारी अपनी बत्तमीजी और तू तड़ाक रे बे वाली भाषाशैली के कारण नाराजगी और चर्चा दोनों का केंद्र बनी हुई है.

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धमतरी जैसे संस्कारिक नगर के लिए ये दुर्भाग्य पूर्ण स्थिति है फिलहाल यातायात शाखा में प्रशिक्षण ले रही इस अधिकारी की रोजाना ऐसी शिकायते सुनने को मिल रही .ये अधिकारी पढ़े लिखे और अपनी पिता के उम्र तक के लोगो से तू तड़ाक वाली भाषा में ही बात करती है.

कानूनन किसी भी अधिकारी को कानूनी पहलु तक ही कार्रवाई का अधिकार होता है. इसके अलावा हर नागरिक से शालीन व्यवहार की अपेक्षा की जाती है. इस महिला अधिकारी को क़ानूनी और पुलिस के व्यवहारिक प्रशिक्षण के साथ ही साथ सदाचार के प्रशिक्षण के भी सख्त आवश्यकता है.

कुछ जागरूक नागरिको ने व्यक्तिगत रूप से आलाअफसरो को शिकायत भी की है. उम्मीद है कि ये अधिकारी भी बाकी आधिकारियों की तरह किसी जिले में नियुक्ति के बाद न सिर्फ अच्छी अधिकारी बल्कि अच्छा इंसान भी बन कर धमतरी के प्रशिक्षण के इतिहास को उजला ही रखेगी.

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