सरगुजा-अंबिकापुर

Disorder: जगह-जगह गंदगी…मेडिकल कॉलेज अस्पताल है या कोई मजाक, देखिए अस्पताल के दावों की पोल खोलता ये वीडियो

शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर। (Disorder) आपने ऐसा अस्पताल नहीं देखा होगा जहां सुविधाओं के नाम पर मेडिकल कॉलेज का नाम जुड़ जाये, और आपको कोई सुविधा ना मिले। सरगुजा संभाग का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज अस्पताल जहां मरीज और मरीज के परिजनों को सुविधाओं के लिए मोहताज होना पड़ रहा है।

(Disorder) हम बात कर रहे है सरगुजा संभाग के 500 बेड वाले अस्पताल की। अगर मरीजों को बॉटल लगाया जाएगा तो खिड़की में टांगकर। टॉयलेट में गंदगी पसरी हुई है. मरीज के परिजनों को टॉयलेट के लिए अस्पताल परिसर से बाहर जाना पड़ रहा है। (Disorder) जिससे दूसरे जिले से इलाज कराने आने वाले परिजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

इस अस्पताल में अन्य जिलों से हजारों मरीजो का आना होता है। लेकिन किसी भी तरह की कोई सुविधा नही मिलने से प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने को परिजन मजबूर हो रहे हैं। इस अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को अपना बेडसीट और तकिया खुद लाना होगा। अव्यवस्थाओ के बीच मरीज और मरीज के परिजनो को मजबूरी में इलाज करवाते देखा जा सकता है।

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क्या कहा नर्स ने सुनिए

वार्ड में ड्यूटी कर रही नर्स से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि सुविधा तो नहीं है। लेकिन हम क्या कर सकते हैं। सुविधा उपलब्ध हमे कराना चाहिए। तभी तो हम अच्छे से मरीजो का इलाज कर सकेंगे।

मेडिकल कॉलेज अधीक्षक ने व्यवस्था दुरस्त करने की कही बात

मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक ने बताया कि इस अस्पताल का स्ट्रक्चर काफी पुराना हो चुका है। जब यह अस्पताल बना था तब 200 से 250 बेड क्षमता वाला यह अस्पताल था। लेकिन अब 500 से अधिक बेड वाला अस्पताल बन चुका है।

यही वजह है कि इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन आपके द्वारा जो जानकारी दी गई है। उसे जल्द दिखाया जाएगा और व्यवस्थाओं को दुरुस्त भी किया जाएगा। साथ ही कहा कि मैं नही कह सकता कि अस्पताल में पूरी सुविधा होगी। लेकिन मरीजो को जो परेशानी आ रही है उसे दूर किया जाएगा।

बाईट05डॉ लाखन सिंहअधीक्षकमेडिकल कॉलेज अस्पताल_अम्बिकापुर

वीओ05भले ही मेडिकल कॉलेज की मान्यता अस्पताल को मिल गई है.. इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के लोग अपना इलाज करवाने यहा इसी उम्मीद से आते है कि हमे इलाज बेहतर मिलेगा..लेकिन अस्पताल के अंदर के विडीओ से ही समझ सकते है कि क्या हालत अस्पताल के होंगे.. बहरहाल देखना होगा कि स्वास्थ्य मंत्री के गृह क्षेत्र का अस्पताल अगर ऐसा होगा.. तो प्रदेश के बाकी अस्पताल के हालात क्या होंगे.. आप इसी बात से अंदाजा लगा सकते है।

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