रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक, प्रख्यात शिक्षाविद् और स्वतंत्र भारत के प्रथम उद्योग मंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने डॉ. मुखर्जी के राष्ट्र निर्माण में दिए गए अमूल्य योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका जीवन देशभक्ति, निष्ठा और समर्पण का प्रतीक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने देश की एकता, अखंडता और सांस्कृतिक पहचान के लिए संघर्ष किया। उन्होंने एक सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना की थी, जिसके लिए उन्होंने जनसंघ की स्थापना कर राष्ट्रवाद, सामाजिक न्याय और सांस्कृतिक एकता को राजनीतिक विमर्श का केंद्र बनाया। सीएम साय ने कहा कि डॉ. मुखर्जी का नारा “एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेंगे” आज भी देश की संप्रभुता और अखंडता का प्रतीक है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में जो दृढ़ता और बलिदान दिखाया, वह आने वाली पीढ़ियों को सदैव प्रेरणा देता रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. मुखर्जी के विचार और आदर्श आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने उनके समय में थे। उनके जीवन से हमें यह प्रेरणा मिलती है कि राष्ट्रहित सर्वोपरि है और देश की उन्नति के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य करना चाहिए। उन्होंने सभी नागरिकों से आह्वान किया कि वे डॉ. मुखर्जी के सिद्धांतों को अपनाकर एकजुट, समृद्ध और शक्तिशाली भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।