
मनीष सरवैया@महासमुंद। जिले के पिथौरा ब्लाक के ग्राम लोहराकोट के ग्रामीणों पर गांव की उपसरपंच बालमोती पटेल ने दादागिरी करते हुए, 30-40 साल से काबिज लोगों के घरों पर बुलडोजर चलवा कर बेदखल कर दिया है। ग्रामीण महिलाओं के विरोध करने पर उनके साथ गाली गलौज मारपीट की गई है। मामले की शिकायत को लेकर महासमुंद जिला कलेक्टर निलेश क्षीरसागर से ग्रामीण महिला पुरुषों ने न्याय की मांग की है।
पिथौरा ब्लाक के ग्राम लोहराकोट की अघन मोती सतनामी, शोभाराम खूंटे, सीतादेवी, मायाराम शिकारी और सेवकराम शिकारी को 21 मार्च को बालमोती पटेल उपसरपंच, पुरुषोत्तम पटेल और बंशीधर राणा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए वर्षों से काबीज 5 लोगों के घरों को तोड़ दिया है। रोजी मजदूरी कर जीवन यापन करने वाले अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों ने पिथौरा पुलिस की शरण ली थी, लेकिन पिथौरा पुलिस ने राजस्व का मामला बताकर मामले को रफा-दफा कर दिया। बेघर बार हुए अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के महिला पुरुषों ने महासमुंद जिला कलेक्टर से मिलकर न्याय की गुहार की है।