
चूड़ामणि उपाध्याय@सक्ति। चार सूत्रीय मांगों को लेकर डीबी एवं आरकेएम पावर प्लांट के भू-विस्थापित मजदूर कलेक्टरेट पहुंचे। विधायक रामकुमार यादव ने बताया किसानों की जमीन लेने के समय स्थायी नौकरी देने का वादा किया गया था । लेकिन आज तक स्थायी नहीं किया । प्लांट प्रबंधक मजदूरों के साथ शोषण कर रहा है। मजदूरों ने चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा। ज्ञात हो कि सक्ती जिला अंतर्गत डभरा थाना क्षेत्र में डीबी पावर प्लांट एवं आर के एम पावर प्लांट संचालित हैं।
कंपनी स्थापना के समय भूमि अधिग्रहण को लेकर प्रभावित किसानों को लुभावने सपने दिखाए थे जिसमें स्वच्छ पानी शिक्षा रोजगार एवं क्षेत्र में विकास की बात कहते हुए जमीनों का अधिग्रहण किया गया था उस समय किसानों से सस्ते दर में जमीन की खरीदी की गई थी तथा उन्हें शासन के नियमानुसार उनके जमीनों का भुगतान नहीं किया गया था इस संबध मे प्रभावित किसान एवं मजदूर डीबी पावर प्लांट एवं आरकेएम पावर प्लांट के हजारों मजदूर रैली के माध्यम से कलेक्टोरेट पहुंचे। जहां डीबी पावर प्लांट एवं आरकेएम पावर प्लांट के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया गया। मजदूरों का कहना है कि डीबी पावर प्लांट में मजदूरों के साथ शोषण किया जा रहा है। 20 से25 हजार रुपए देने के बजाय मात्र 7 से 8 हजार रुपए दिया जा रहा है। साथ ही 8 घंटे के बजाय से 12 घंटे तक काम किया जा रहा है। ने बताया कि की छत्तीसगढ़ शासन कलेक्टर, समस्याओं के संबंध
4 सूत्रीय मांगों में यह शामिल
चार सूत्रीय मांगों में सभी नियमित कर्मचारियों को 20 से 25 हजार रुपए वेतन तथा नियमितीकरण किया जाए। नहीं तो चक्काजाम करने की चेतावनी दी। कलेक्टर को सौपे ज्ञापन में भू-विस्थापित मजदूरों ने बताया कि चार सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा गया हैं। 15 दिनों के अंदर मांगे पूरी नहीं होने की स्थिति में आगे चरणबद्ध उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसमें चक्काजाम, भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है।