Gariyaband पुलिस का मानवीय चेहरा आया सामने, पहले अज्ञात महिला की अर्थी को दिया कंधा, फिर किया अंतिम संस्कार, अब हर तरफ हो रही तारीफ
गरियाबंद। (Gariyaband ) जिला पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है. शहर के कुछ समाजसेवकों के साथ सिटी कोतवाली पुलिस ने मानसिक रूप से विक्षिप्त अज्ञात महिला का अंतिम संस्कार किया. यहीं नहीं महिला की अर्थी को पुलिस के जवानों ने कंधा भी दिया.
पुलिस के मुताबिक हफ्तेभर पहले मानसिक रूप से विक्षिप्त महिला दर्रीपारा में घूम रही थी. सोमवार की शाम स्कूल के पास एक बाइक सवार ने महिला को टक्कर मार दी. इस हादसे में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई. महिला को घायल अवस्था में इलाज के लिए अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
इस घटना की रिपोर्ट सिटी कोतवाली में दर्ज कराई गई. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव का पंचनामा किया और आसपास के गांवों में अज्ञात महिला के परिजनों का पता लगाने की कोशिश की. मगर जब मृतका के परिजनों का कोई पता नहीं चला, तो सिटी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक वेदवती दरियो के नेतृत्व में शव के अंतिम संस्कार का फैसला लिया गया. प्रधान आरक्षक कुबेर बंजारे, आरक्षक परमेश्वर नेताम, रविशंकर सोनवानी, श्रद्धा खूंटे, चौकी नवागढ़ से सउनि थनवार ध्रुव, आरक्षक पुष्पेंद्र मयंक, ग्राम दर्रीपारा से समाजसेवी कमलेश बघेल, शंकर ध्रुव, सुखचंद बघेल, मोहम्मद शफीक खान ने मिलकर मृतका की अर्थी को कंधा दिया और पूरे विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया. पुलिस के इस नेक कार्य की सराहना लोग भी कर रहे हैं.
लॉकडाउन में भी पुलिस ने की लोगों की सहायता
लॉकडाउन के समय पुलिसकर्मियों के द्वारा लोगों की सहायता की जा रही थी. पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन का वितरण कर रहे थे. पुलिस की कार्यप्रणाली और संवेदनहीनता ने लोगों को प्रसन्नचित कर दिया. पिछले साल भी कोरबा के वनांचल में पहुंचविहीन गांव में प्रसव पीड़ा से परेशान महिला को पुलिस जवान ने खाट पर उठाकर वाहन तक पहुंचाया था, जिसके बाद गर्भवती महिला को अस्पता