
रायपुर. बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार ने गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर जिले की सभी शराब दुकानों को बंद रखने के लिए 18 दिसंबर 2022 को ड्राई डे घोषित किया है. गुरु घासीदास जयंती के अवसर पर 18 दिसंबर को जिले के सभी क्षेत्रों में देशी-विदेशी शराब की फुटकर दुकानें, एफएल-3 होटल बार, एफएल-7 एवं शराब भंडारण गोदाम एक दिसंबर की रात 10 बजे से पूरी तरह से बंद रहें. 17. तथा अवैध शराब की बिक्री पर समुचित नियंत्रण रखने के निर्देश जारी किये गये हैं.
घासीदास का जन्म 18 दिसंबर 1756 को गिरोदपुरी, छत्तीसगढ़, भारत में हुआ था। घासीदास ने कम उम्र से ही जाति व्यवस्था का अनुभव किया, जिसने सामाजिक असमानता को खत्म करने की उनकी इच्छा को बल दिया। गुरु घासीदास ने सतनाम (अर्थ “सत्य और समानता”) के आधार पर छत्तीसगढ़ में सतनामी समुदाय की स्थापना की। शिक्षाएं और दर्शन हिंदू और बौद्ध धर्म के समान हैं। संप्रदाय के वयस्कों को केवल सफेद वस्त्र पहनने और नशीले पदार्थों और पशु खाद्य पदार्थों से दूर रहने की आवश्यकता होती है। वे मूर्तियों की पूजा नहीं करते।
गुरु घासीदास सतनामी समाज के आदर्श हैं। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों पर जमकर निशाना साधा, जिसका असर आज तक दिखाई देता है। हर साल उनकी जयंती के अवसर पर रायपुर सहित पूरे छत्तीसगढ़ में कई भव्य आयोजन किए जाते हैं। गुरु घासीदास का जन्म उस समय हुआ जब समाज में छुआछूत, ऊँच-नीच, असत्य का बोलबाला था। ऐसे समय में गुरु घासीदास ने समाज को एकता, भाईचारे और सद्भाव का संदेश दिया। घासीदास की सत्य में अटूट आस्था के कारण उन्होंने बाल्यकाल में ही कई चमत्कार दिखाए, जिनका लोगों पर काफी प्रभाव पड़ा।