
मीनू साहू@बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिला में परंपरागत रूप से खेती-किसानी, हरियाली और पर्यायवरण को समर्पित हरेली त्यौहार को जगह जगह भव्य रूप से मनाया जा रहा है। जो प्रकृति के प्रति प्रेम और समर्पण को दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ शासन के सुराजी योजना के तहत गोमूत्र क्रय एवं उत्पादन का शुभारंभ जेवरतला (आर) के गौठान में संसदीय सचिव एवं गुंडरदेही विधायक कुंवर सिंह निषाद के सानिध्य में संपन्न हुआ. दर्जा प्राप्त मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि हरेली छत्तीसगढ़ का पहला त्यौहार के रूप में गांव से लेकर शहर तक बड़े उत्साह और उमंग से मनाया जाता है।अच्छी फसल की कामना के साथ-साथ कृषि काम में आने वाले सभी तरह के उपकरणों की साफ-सफाई और पूजा करते है। यह पर्व हमारी गौरवशाली संस्कृति और विरासत का हिस्सा है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के यशस्वी नेतृत्व में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए अनेक योजना चलाया जा रहा है जो प्रशंसनीय है। प्रदेश की गौरवशाली परम्परा को सहेजने हेतु राज्य सरकार काम कर रही है।