गरियाबंद

Rajim: त्रिवेणी संगम में लगी श्रद्धा और आस्था की डुबकी, तीसरा और अंतिम शाही स्नान संपन्न, संत महात्माओं द्वारा निकाली गई भव्य शोभायात्रा

राजिम। (Rajim) श्रद्धा और आस्था का प्रतीक राजिम माघी पुन्नी मेला का आज महाशिवरात्री के दिन अंतिम शाही स्नान हुआ। हजारों श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में मोक्ष प्राप्ति के लिए श्रद्धा और आस्था की डुबकी लगाई।

(Rajim) माघ पुन्नी से शुरु हुए राजिम मेला का आज तीसरा और अंतिम शाही स्नान संपन्न हुआ। इस पवित्र स्नान में शामिल होने के लिए हजारों साधु संत और श्रद्धालू राजिम पहुंचे।(Rajim)  नागा साधु, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर और संत समाज ने भी शाही स्नान में हिस्सा लिया। इससे पहले सभी संत महात्माओं द्वारा एक भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। जिसमें नागा साधुओं द्वारा अस्त्र शस्त्र का शौर्य प्रदर्शन किया गया।

राजिम माघी पुन्नी मेला में त्रिवेणी संगम में स्नान से पवित्र और कुछ नही माना जाता। इसलिए राजिम मेला पर त्रिवेणी में स्नान का महत्व बहुत बढ जाता है। माना तो यहॉ तक जाता है कि एक बार स्नान करने से सात जन्मों के पापों का विनाश हो जाता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी आस्था और विश्वास को लेकर दुनियाभर के लोग राजिम मेला में स्नान करने पहुंचते हैं। राजिम मेला में देश के कोने कोने से पहुंचे साधु संत महात्माओं और श्रद्धालूओं ने शाही स्नान में भाग लेकर पुण्य लाभ लिया।

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