Raipur: अंतिम संस्कार के इंतजार में मरच्यूरी के बाहर लगी शवों की लाइन, देखिए Video

रायपुर। (Raipur) छत्तीसगढ़ में कोरोना की रफ्तार बेकाबू होते जा रही है। संक्रमण ने रफ्तार पकड़ लिया है। कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा छत्तीसगढ़ में तेजी से बढ़ रहा है। जो कि चिंता का विषय है। अकेले सिर्फ राजधानी में बीते सोमवार को 48 मौतें हुई है। श्मशान घाटों में शव जलाने के लिए जगह नहीं है।
(Raipur) इधर अंबेडकर अस्पताल के मरच्यूरी में लाशें बेतरतीब रखी हुई है। क्यों कि अंतिम संस्कार के लिए श्मशान घाटों पर जगह नहीं है। एक ओर चीरघर में शवों को रखने के लिए जगह की कमी है, तो दूसरी ओर श्मशान घाट में शवों के अंतिम संस्कार के लिए 1 से 2 दिन का इंतजार करना पड़ रहा है। राजधानी में 18 मुक्तिधाम है। (Raipur) जिसमें से 11 मुक्तिधाम कोविड के लिए आरक्षित है। जिसमें 60 शवों का अंतिम संस्कार हो सकता है।
इस बारे में सीएमएचओ मीरा बघेल ने बताया कि मॉर्चुरी तो जिस साइज की बनती हैं, वैसी ही बनी हैं. अचानक से मौतें बढ़ जाएंगी तो भीड़ तो बढ़ जाएगी. मॉर्चुरी में 6-6 महीने पुराने शव भी रखे हैं जिन्हें कोई लेने नहीं आया है. जहां 10 की कैपेसिटी हो वहां 50-100 शव आ जाएं तो जगह की कमी तो पड़नी ही है.आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, रायपुर शहर में हर दिन औसतन 55 शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है और उनमें से ज्यादातर कोरोना वायरस रोगी हैं.