
दुर्गा प्रसाद सेन@बेमेतरा। बेमेतरा जिले के गांवों में जो लोग शौचालयों से वंचित रह गए है, या किसी कारणवश उनके घर में शौचालय नहीं बन पाए हैं। ऐसे लोगों के लिए गांवों में शासन ने सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाया है , ताकि गांवों में स्वच्छता बनी रहे। ग्रामीण इन शौचालयों का उपयोग कर सके,लेकिन पंचायत ने साढ़े तीन लाख रुपए की लागत से शौचालय बनाकर तैयार कर तो दिया हैं। लेकिन वहां बिजली, पानी व सफाई नहीं होने से शौचालय का उपयोग नहीं हो पा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्राम पंचायतों में बनवाए गए सामुदायिक शौचालय परिसर ग्रामीणों के उपयोग में नहीं आ रहा हैं। कई ग्राम पंचायतों में बने सामुदायिक शौचालयों में ताला लटका रहता है। ऐसे में शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है! और जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बेमेतरा जिले के पंचायतों में ज्यादातर सामुदायिक शौचालय पर ताले लटके हुए हैं,
तब से लेकर आज तक इनके ताले नहीं खुले
ग्रामीणों का कहना है कि सरकार ने करोड़ो रुपए खर्च कर पंचायतों में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कार्य कराया हैं । जब से सामुदायिक शौचालय बनाकर तैयार हुए हैं। तब से लेकर आज तक इनके ताले नहीं खुले हैं। जिसको लेकर ग्रामीण बार बार पंचायत सचिव से जबाव सवाल कर रहे हैं, लेकिन कोई ठोस जबाव नहीं मिल पा रहा है। सरपंच सचिवों की चिंता- कैसे होगी सफाई व्यवस्था जनपद एवं ग्राम पंचायत से जुड़े कर्मचारियों का कहना है! कि शौचालय तो खोल देते लेकिन उनकी साफ-सफाई कौन करेगा।