कोरबा। (Korba) एक बार फिर हाथी के बच्चे का शव तालाब किनारे पड़ा हुआ मिला है. 5 माह में 14 हाथियों की मौत हो चुकी है। हाथी के बच्चे की मौत कैसे हुई इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। हाथी के बच्चे के शव पड़े होने की जानकारी वन मंडल को दी गई।
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(Korba) जानकारी के मुताबिक, कटघोरा वन मंडल में केदई रेंज के लालपुर गांव में सोमवार सुबह तालाब किनारे हाथी के बच्चे का शव पड़े होने की सूचना मिली थी। बच्चे की सूंड़ में चोट के निशान भी हैं। जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि बच्चे की मौत चोट लगने से हुई है। हालांकि अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है।
दलदल में फंस कर हुई थी हाथी की मौत
(Korba) गौरतलब है कि कुछ माह पहले भी केंदई वन परिक्षेत्र के गांव कुल्हारिया में एक मादा हाथी की दलदल में फंसने से मौत हो गई थी। इसके बाद 17 अक्टूबर को पानी में डूबने से हाथी के बच्चे की मौत हुई। तब वन विभाग के अफसरों ने बताया था कि बच्चा अपने झुंड से अलग हो गया होगा। यह एक नेचुरल मौत है। इसमें किसी प्रकार की जांच का सवाल नहीं है।
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