गरियाबंद

Gariyaband: 10 साल बीते, नहीं मिली जमीन अधिग्रहण की एरियस की दूसरी क़िस्त, दफ्तरों के चक्कर लगाते थक चुके हैं किसान, 28 सितम्बर से करेंगे चक्काजाम और धरना प्रदर्शन

रवि तिवारी@देवभोग। ( Gariyaband) सेतु निर्माण विभाग द्वारा 10 साल पहले कुम्हड़ईखुर्द और कुम्हड़ईकला के 28 किसानों की जमीन अधिग्रहित कर तेल नदी पर पुल निर्माण किया गया था। वहीं जमीन अधिग्रहण के दौरान पहली किस्त 13 मार्च 2015 को किसानों को मिल गईं थी। जबकि दूसरी क़िस्त की एरियर्स राशि अब तक नहीं मिल पाई है। किसान सम्पूर्णचंद्र पात्र, उपेंद्र यादव,भोजो और संभु का कहना हैं कि पिछले पांच साल से किसान मुवावजा राशि पाने के लिए भटक रहे हैं। किसानों के मुताबिक 3 वर्ष पहले से एसडीएम देवभोग के खाते में 63 लाख 25 हजार 74 रुपये जमा हैं। ( Gariyaband) वहीं किसानों के मुताबिक वे जमा राशि देने की मांग कर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी उच्च स्तर से मार्गदर्शन लेने की बात कहते हुए उचित जवाब नहीं दे पा रहे हैं। मामले में एसडीएम दफ्तर पहुँचे नाराज किसानों ने एक सुर में कहा कि दो गॉव के 28 किसान 28 सितंबर से तेल नदी के पुल के ऊपर चक्काजाम करते हुए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करेंगे।

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6 किसानों की हो चुकी हैं मौत

( Gariyaband) आवेदन सौंपने एसडीएम दफ्तर पहुँचे किसानों ने बताया की मुवावजा राशि की दूसरी क़िस्त पाने के लिए किसान 5 सालों से जिला से लेकर एसडीएम दफ्तर के चक्कर काटने को मजबूर हो गए हैं। वहीं इस दौरान 28 में से 6 किसानों की मृत्यु भी हो चुकी हैं। नाराज किसानों ने कहा कि दफ्तरों के चक्कर काटते-काटते बहुत ज्यादा परेशान हो चुके हैं।

पहली किस्त के रूप में इतनी राशि का हुआ हैं भुगतान

यहां बताना लाज़मी होगा कि पुराने अधिनियम के तहत 2014 में अवार्ड पारित करते हुए कुम्हड़ईकला को 4 लाख 51 हजार 540 रुपये और कुम्हड़ई खुर्द को 2 लाख 45 हजार 846 रुपये का अवार्ड पारित भुगतान हुआ था।

मामले में एसडीएम सूरज साहू ने कहा कि मामले में कलेक्टर सर ने मार्गदर्शन के लिए उच्च कार्यालय को पत्र लिखा हैं, जैसे ही वहां से मार्गदर्शन प्राप्त होगा,इसके बाद तत्काल उचित कदम उठाया जाएगा।

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