संदेश गुप्ता@धमतरी। (Dhamtari) बारिश में सड़क किनारे गुमटी तोड़ कार्यवाही से गरीबों पर आफत आ गई है। कोरोना काल को नजरअंदाज कर उनकी गुमटियों को गिरा दिया गया है। उसमें भी जमकर भेदभाव करने के आरोप लग रहे है। यातायात पुलिस और निगम द्वारा यह कार्यवाही की गई है।
(Dhamtari)गौरतलब है कि कोरोना काल के मद्देनजर अभी किसी भी प्रकार की सख्ती कोई भी नहीं कर रहा है। मगर निगम और यातायात पुलिस की आज जो कार्यवाही सामने आई है उससे लोगों में आकोश है। बताया गया कि आज निगम और यातायात पुलिस का दस्ता रत्नाबाँधा क्षेत्र की ओर रोड किनारे लगी छोटी छोटी गुमटी और ठेलों पर कार्यवाही करने निकला था।
(Dhamtari)जहां कुछ गरीबों की गुमटी झोपड़ी तोड़ दी गई। वहीं भेदभाव स्वरूप कुछ लोगों की दुकानों को हाथ भी नहीं लगाया गया। जिसे देख लोगों में चर्चा हो रही कि पहले तो कोरोना काल चल रहा है, ऐसे ही लोगों का व्यापार व्यवसाय ठंडा है उस पर ऐसी कार्यवाही की गई जो कि उचित नहीं।
गरीबों पर ही नियमों का डंडा चलाया जाता है। आरोप था कि कुछ लोगों पर कार्यवाही कर कुछ लोगों को छोड़ दिया गया है। दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि यदि कार्यवाही करनी है तो सब पर की जानी चाहिये।
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भेदभाव पूर्ण कार्यवाही का क्या औचित्य है? फिर कोरोना काल और बारिश में ऐसी कार्यवाही करना क्या जरूरी था? सवाल भी उठ रहे है। इस सम्बंध में निगम के अधिकारी निखिल चंद्राकर ने कहा कार्यवाही सब पर की गई है, भेदभाव नहीं हुआ है।
बगैर सूचना हुई कार्यवाही
बताया गया कि निगम और यातायात पुलिस ने बगैर सूचना दिये यह कार्यवाही की। लोगों का कहना था कि यदि एक बार सूचना दे दी जाती तो वह लोग खुद ही जगह व्यवस्थित कर देते, बारिश में उनका डबल नुकसान हो गया है।
सदर रोड में कार्यवाही से कांपते है हाथ –
कार्यवाही के बाद उस क्षेत्र के लोगों का कहना था कि ऐसी कार्यवाही सदर में कभी नहीं हुई। गरीबों को ही नियम कायदे बताये जाते है। सदर में ऐसी कार्यवाही के लिये हाथ कांपते है। जबकी सदर में ऐसी कार्यवाही की ज्यादा जरूरत है, जहां हर दूसरे पल जाम लग जाता है।