Raipur : सदियों से अबूझ रहा माड़ क्षेत्र अब तेजी से बढ़ रहा आगे : मुख्यमंत्री बघेल

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नारायणपुर को प्राकृतिक सौन्दर्य से भरपूर बताते हुए कहा कि यह अंचल वर्षों से पिछड़ा रहा है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा पिछले साढ़े तीन वर्षों में किए गए कार्यों से इस अंचल में बदलाव नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि सदियों से अबूझ रहा यह अंचल भी अब विकास की राह में तेजी से कदम आगे बढ़ा रहा है और इस क्षेत्र में हो रहे विकास कार्य को देखकर सबसे अधिक खुशी होती है। उन्होंने कहा कि शासन द्वारा लोगों को मसाहती पट्टा देने का परिणाम है कि वे अब खेतों के समतलीकरण और सोलर पंप के साथ ही आधुनिक खेती की ओर तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। शासन की योजनाओं का भी उन्हें लाभ मिल रहा है। अबूझमाड़ियों के जीवन में आ रहा यह बदलाव उनके जीवन के सबसे अधिक खुशनुमा क्षणों में एक है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कार्यक्रम में जिले के विकास हेतु अनेक महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने नारायणपुर मैदान परिसर में आउटडोर खेल गतिविधियों हेतु सर्व सुविधायुक्त स्टेडियम निर्माण हेतु 2 करोड़ 57 लाख रूपए, नारायणपुर बंगलापारा में सर्वसुविधायुक्त फुटबाल स्टेडियम हेतु निर्माण 35 लाख रूपए, जिले में 100 घोटुल निर्माण तथा उन्नयन कार्य हेतु 10 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी। इसके साथ ही उन्होंने छोटेडोंगर में नवीन शासकीय महाविद्यालय स्थापना की घोषणा करते हुए छोटेडोंगर में 18गढ़ हल्बा समाज भवन के निर्माण हेतु 50 लाख रूपए, कोहकामेटा में सर्व समाज हेतु सामुदायिक भवन के निर्माण हेतु 50 लाख रूपए, सोनपुर शासकीय माध्यमिक शाला के हाई स्कूल में उन्नयन, ओरछा में पेयजल सुविधा के विस्तार हेतु वॉटर हेड टैंक निर्माण हेतु 50 लाख रूपए, ओरछा विकासखण्ड मुख्यालय में सर्व सुविधायुक्त मिनी स्टेडियम का निर्माण हेतु 45 लाख रूपए की स्वीकृति देते हुए शासकीय जिला अस्पताल नारायणपुर का नाम स्वर्गीय बद्रीनाथ बघेल, पूर्व विधायक नारायणपुर के नाम पर करने की घोषणा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने आज यहां मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होकर 251 नव दंपत्तियों को सुखमय जीवन का आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा कि नारायणपुर के विकास को गति प्रदान करने के लिए यहां लगभग 128 करोड़ रुपए के विभिन्न कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया गया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अब तक इन गांवों के 788 किसानों को मसाहती खसरा पुस्तिका देकर उनके जीवन में बदलाव की शुरुआत की जा चुकी है। आज के इस कार्यक्रम में भी 500 से अधिक किसानों को मसाहती खसरा पुस्तिका प्रदान की जा रही है। अब अबूझमाड़ के हमारे किसान भाई भी राजीव गांधी किसान न्याय योजना का लाभ ले रहे हैं। मनरेगा के अंतर्गत अब वे भी अपनी भूमि का समतलीकरण करा सकते हैं। अपने खेतों में डबरी निर्माण कराकर मछली पालन भी कर सकते हैं। सौर सुजला योजना का लाभ उठाकर अपने खेतों के सिंचाई की व्यवस्था कर सकते हैं। क्रेडिट कार्ड का अब वे भी लाभ उठा सकते हैं।

Exit mobile version