
बिपत सारथी @गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले मे अधिकारी अब दिव्यांगों से भी रिश्वत मांगने से परहेज नहीं कर रहे हैं। ताजा मामले का खुलासा वायरल आडियो और शिकायत से सामने आया। जिसमें जिले के समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक अरविन्द गेडाम और दिव्यांग मितान रामप्रताप के द्वारा गौरेला विकासखंड के देवरगांव में रहने वाले दिव्यांग हितग्राही गेंदलाल गोंड़ जोकि 60 प्रतिशत दिव्यांग है।
उससे अरविन्द गेडाम के द्वारा दिव्यांग विवाह योजना का फार्म पास करने के एवज में शासन से मिलने वाली 50 हजार की राशि में से 30 हजार रूपये की मांग की गई। जिसमें से 25 हजार रूपये उनको और 5 हजार रूपये मितान रामप्रताप को देने की बात कही गयी।
परेशान होकर दिव्यांग हितग्राही गेंदलाल ने उनसे बातचीत को रिकार्ड कर लिया और वायरल कर दिया। जिसके बाद स्थानीय जिला प्रशासन के द्वारा जहां पीआरओ के माध्यम से उपसंचालक अरविन्द गेडाम के द्वारा रिश्वत खोरी की बात को गलत बताया। पर जिले की कलेक्टर ने मामले की जांच के लिये कमेटी बनाकर कार्यवाही करने की बात कही है। तो वहीं पूरे मामले में जेसीसीजे ने दिव्यांग के पक्ष में मोर्चा खोल दिया है और कलेक्टर से दोषी रिश्वतखोरों पर कार्यवाही की मांग करते हुये पूरे मामले को शर्मनाक बतलाया है।