Chhattisgarh: राज्योत्सव के मंच से उपलब्धियों का श्रेय लेने के होड़ में नेता प्रतिपक्ष और सीएम भूपेश बघेल

रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) राज्योत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम के दौरान मुख्य समारोह में उद्बोधन में भाजपा और कांग्रेस के बीच उपलब्धियों को लेकर श्रेय लेने का दौर चला. इस दौरान नेता प्रतिपक्ष को मंच पर भाषण के लिए बुलाया गया. (Chhattisgarh)नेता प्रतिपक्ष ने राज्य निर्माण को लेकर पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया. जिसके बाद पीएम मोदी के कोरान काल में किए गए कार्यों का बखान किया.
Surajpur: पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर कर्मचारियों ने निकाली रैली, तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन
विधानसभा अध्यक्ष की न मौजूदगी पर उठाए सवाल
(Chhattisgarh)धरमलाल कौशिक ने राज्योत्सव में एक खास परंपरा के टूटने की बात कही. उन्होंने कहा कि इस समारोह में विधानसभा अध्यक्ष मौजूद नहीं है. उनका न होना ये बताता है कि यह परंपरा टूट गई है. धरमलाल कौशिक ने कहा कि एक तरफ बिसाहू दास महंत के नाम पर पुरस्कार दिया जा रहा है. तो दूसरी तरफ चरण दास महंत का तिरस्कार हो रहा है.
राज्यपाल पहुना के रूप में है उपस्थित, परंपरा नहीं टूटी
CM भूपेश बघेल ने धरमलाल कौशिक के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, राज्यपाल पहुना के रूप में उपस्थित हैं. उन्होंने आगे कहा कि परम्परा टूटी नहीं है, और आदिवासी नृत्य महोत्सव के दौरान विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर चरणदास महंत आ चुके हैं. ऐसे में परम्परा टूटने की बात ही नहीं है. मुख्यमंत्री ने कहा कि, छत्तीसगढ़िया लोगों को बढ़ाने का काम कांग्रेस सरकार के आने के बाद हुआ. पहले राज्य का गमछा तक नहीं बना था, हमने बनवाया. उन्होंने कहा कि आय में वृद्धि को लेकर हमारी सरकार कार्य कर रही है