Corona वैक्सीन पर अच्छी खबर, अब इस कंपनी ने किया ये दावा, एक हफ्ते में दूसरी गुड न्यूज
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नई दिल्ली। (Corona) कोरोना वैक्सीन बनाने में सभी देश जुटे हैं. कही पर तो वैक्सीन का अंतिम ट्रायल भी सफल हो चुका है. इसी बीच अमेरिका कंपनी मॉर्डना की वैक्सीन 94.5 फीसदी सफल साबित हुई है. (Corona)लेट-स्टेज क्लिनिकल ट्रायल के शुरुआती डेटा के आधार पर कंपनी ने ये दावा किया है. एक हफ्ते के भीतर वैक्सीन के शानदार प्रदर्शन का दावा करने वाली मॉडर्ना दूसरी अमेरिकी कंपनी है.
हालांकि, वैक्सीन (Corona)की डिलीवरी शुरू किए जाने से पहले अभी और सेफ्टी डेटा की जरूरत पड़ेगी. सेफ्टी डेटा सामने आने के बाद अगर रेग्यूलेटर्स से मंजूरी मिल जाती है तो अमेरिका में दिसंबर तक दो कोरोना वैक्सीन का इमरजेंसी इस्तेमाल किया जा सकता है.
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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में साल के अंत तक 6 करोड़ वैक्सीन की खुराक उपलब्ध हो सकती है. वहीं, अगले साल तक इन दोनों वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक अमेरिका के पास हो सकती है जो उसकी जरूरत से कहीं अधिक होगी. अमेरिका की आबादी करीब 33 करोड़ है.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में साल के अंत तक 6 करोड़ वैक्सीन की खुराक उपलब्ध हो सकती है. वहीं, अगले साल तक इन दोनों वैक्सीन की 100 करोड़ खुराक अमेरिका के पास हो सकती है जो उसकी जरूरत से कहीं अधिक होगी. अमेरिका की आबादी करीब 33 करोड़ है.
मॉडर्ना ने यह अंतरिम विश्लेषण ट्रायल में शामिल वॉलेंटियर्स के 95 संक्रमित मामलों के आधार पर किया है जिन्हें या तो वैक्सीन या फिर प्लेसबो दिए गए थे. इनमें सिर्फ 5 लोग ऐसे थे जिन्हें वैक्सीन की दो खुराक दिए जाने के बावजूद संक्रमण का सामना करना पड़ा. मॉडर्ना की वैक्सीन फाइजर के मुकाबले इसलिए भी बेहतर हो सकती है कि क्योंकि इसे स्टोर करने के लिए अल्ट्रा कोल्ड तापमान की जरूरत नहीं होती.