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रायगढ़ में चंगईसभा में धर्म परिवतर्न का प्रयास, मामले में 13 लोग गिरफ्तार, मसीह धर्मप्रचारक को बिलासपुर से बुलाया गया था, हिंदू घर में हुई सभा

नितिन@रायगढ़। शहर में चंगई सभा में धर्म परिवर्तन कराने के आरोप में पुलिस ने 3 महिला सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया हैं। यह सभा किरोड़ीमल नगर में एक हिंदू परिवार के घर में की जा रही थी। जहां बाइबिल आदि धार्मिक किताबे भी जप्त की गयी हैं।

20 से 25 लोग मौजूद थे

विश्व हिंदू परिषद के बंजरग अग्रवाल ने बताया की सभा में 20 से 25 लोग मौजूद थे पुलिस के मुताबिक घरवाले ने प्रार्थना करने के लिये चार लोगों को बिलासपुर से बुलाया था। जो आस पास के लोगो को इकट्ठा कर मसीह धर्म का प्रचार किया जा रहा था। पकडें गये लोगों में बिलासपुर के 22 साल का आयुष मसीह लक्ष्मी प्रसाद श्रवण सिदार व आंनद साहू शामिल हैं। इसके अलावा तीन से चार लोग लोकल प्रचारक भी सभा में मौजूद थे। ऐसा नही है की चंगई सभा के द्वारा प्रलोभन के आधार पर रायगढ़ जिले में धर्म परिवर्तन का यह पहला मामला सामने आया है। इसके पहले जिले के कापू और लैलूंगा सारंगढ थाना क्षेत्रों में ऐसी घटनाएं घट चुकी है। जबकि पड़ोसी जिला जशपुर के बगीचा में इस प्रकार की दो सभा होने के मामले सामने आ चुके हैं। जिसमें 10 से ज्यादा लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।

रायगढ़ के मामले में पुलिस धर्म परिवर्तन की घटना से इंकार कर रही

वही रायगढ़ के मामले में पुलिस धर्म परिवर्तन की घटना से इंकार कर रही है। उनका कहना है कि शिकायत के आधार पा मामले को जांच में लिया गया है। जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया उन पर फिलहाल प्रतिबंधात्मक कार्यवाही कर जमानत पर छोडा़ जायेगा। जांच में कोई अन्य तथ्य समाने आया तो उसके आधार पर अतिरिक्त कार्यवाही की जाएगी।

पुलिस से शिकायत मिली

वही विश्व हिंदू परिषद की जिला इकाई की माने तो इस संबध में पुलिस को जो शिकायत मिली हैं उसमें संतोषी निर्मलकर नाम की महिला ने स्पष्ट आरोप लगाया हैं की उसे पूनाराम साहू के घर में उसकी पत्नी दिपीका साहू ने बुलावाया था। जहां उसे पति की शराब की लत छुड़वाने का प्रलोभन देकर क्रिश्चन धर्म स्विकारने को कहा गया था।संतोषी का कहना था की वह पति के शराब पी कर परेशान करने से बेहद दुखी थी। जिसकी खबर दिपीका को भी थी वह कल दिपावली के समय मेरे घर आयी और खाना बनाने के लिये कढा़ई (बर्तन) मांगी और सभा हो रहा हैं तुम पति व बच्चे के साथ आना बोली तो घर गयी थी। जहां मौजूद लोगों ने ईशू सब ठीक कर देगें कहकर धर्म बदलने के लिये कहें। इसी तरह की दो और शिकायते भी पुलिस को मिली जो फिरत साय कर्ष व रोशन भारद्वाज के तरफ से की गयी थी। लेकिन पुलिस पुरे मामले से लगभग पल्ला झाड़ती नजर आयी। कोतरा रोड़ थाना प्रभारी गिरधारी साव का कहना था की धर्मपरिवर्तन नहीं हुआ और कोई सबूत नहीं मिलें है। अभी प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की जा रही है।

वहीं जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए CSP अभिनव उपाध्याय ने जांच उपरांत इस घटना में शामिल शामिल लोगों पर कड़ी कार्यवाही का आश्वासन दिया है।

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