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दुर्ग

Video: नगर पालिक निगम भिलाई के सभागार में हंगामेदार रही सभा,विपक्षी पार्षदों ने जमकर मचाया हंगामा, देखिये

अनिल गुप्ता@भिलाई. नगर पालिक निगम भिलाई के सभागार में शुक्रवार को आयोजित की गई सामान्य सभा बेहद हंगामेदार रही। निगम क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में स्थित बारह सौ अड़तालीस आवासीय व व्यावसायिक भूखंडों के आबंटन की प्रक्रिया और वार्ड 54 में शहीद पार्क के पास पब्लिक लाइब्रेरी एवं रीडिंग रूम निर्माण में की गई अनियमितता पर विपक्षी पार्षदों ने जमकर हंगामा मचाया ।

विपक्ष के भाजपाई पार्षदों में से एक तो विरोध जताते हुए जमीन पर ही बैठ गए । निर्दलीय व भाजपाई पार्षदों ने जमीन आबंटन की प्रक्रिया को बहुमत का अपमान बताया । तो वही महापौर नीरज पाल का कहना था,कि सभी प्रक्रियाएं नियमानुसार ही की गई हैं ।

नगर निगम भिलाई की सभागार में आयोजित सामान्य सभा में कुल 7 विषयो को चर्चा के लिए लाया गया था। लेकिन एजेंडा क्रमांक 5 पर जैसे ही चर्चा शुरू की गई। विपक्षी पार्षदों ने इस पर हंगामा शुरू कर दिया। और जमीन पर बैठकर अपना विरोध दर्ज कराते रहे। निर्दलीय पार्षद वशिष्ठनारायण मिश्रा और भाजपा के पार्षद पियूष मिश्रा का आरोप था, की नगर निगम में आयोजित सामान्य सभा मे आज बहुमत का दुरुपयोग कर प्रस्तावों को पारित करा दिया है। भूखण्डों से सबंधित 293 प्रकरणों में सिर्फ भूखण्ड को बेचने के लिए बहुत कुछ छुपाया गया है। इसके अलावा प्रस्ताव क्रमांक 7 को भी बहुमत के आधार पर पास कर दिया गया। जिसमे पब्लिक लाइब्रेरी एवं रीडिंग रूम निर्माण के लिए दो करोड़ 49 लाख रुपयों की राशि निगम चुनाव के दौरान प्रशासक द्वारा स्वीकृति होना बताया जा रहा है। जबकि 18 नवंबर 2020 की दी गई स्वीकृति पर जिस प्रस्ताव को पारित किया गया है। उस तिथि में प्रशासक निगम का संचालन नही कर रहे थे।

विपक्षी पार्षदों द्वारा उठाये गये इन विषयों को लेकर वही नगर निगम के महापौर नीरज पाल का कहना था एजेंडे पर ही चर्चा की गई है। भूखंड के सबंध में शासन से मिली गाइडलाइन और न्यायालय के आदेश पर ही विषय को लाया गया है। और नीलामी के माध्यम से ही उसका आबंटन किया जायेगा। महापौर ने यह भी कहा कि 2 करोड़ 49 लाख रुपयों के प्रशासक स्वीकृति वाला विषय है। तो वह उस समय की परिस्थिति अनुसार लिया गया निर्णय था। उस दौरान कोरोना काल का भी दौर था।

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