छत्तीसगढ़

IAS कॉन्क्लेव 2022 में शामिल होने के बाद मीडिया से मुख़ातिब हुए CM, जानिए उन्होंने क्या कहा

रायपुर. आज नवा रायपुर के एक निजी होटल में आईएएस कॉन्क्लेव 2022 का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की शामिल हुए। इस दौरान आईएएस अधिकारी द्वारा प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसका मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अवलोकन भी किया। कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एक अलग अंदाज में नजर आए।

कॉन्क्लेव खत्म होने के मीडिया से बातचीत में सीएम भूपेश ने कहा कि आईएएस अधिकारियों के कॉन्क्लेव में शामिल हुआ मेरे लिए यह पहला अनुभव था कैसे उठना,बैठना कितने देर तक खाना है वह सारी बात देखने को मिला, यदि चिफ़गेस्ट खाना शुरू करे तो सब खाना शुरू करेंगे।,यदि चीफगेस्ट खाना बंद कर दे तो सबको खाना बंद करना पड़ता हैं। अनुभव काफी अच्छा था।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आईएएस अफसरों को दिए टिप्स कहाँ कि बहुत सारे अधिकारी अलग-अलग पृष्ठभूमि से आए हैं यहां की भाषा संस्कृति छत्तीसगढ़ में काम करने के तौर तरीके है उनसे अनभिज्ञ है। पुस्तकी ज्ञान अलग बात है सैकड़ों हजारों साल से जो परंपराएं चली आ रही है उसके बारे में मैंने अधिकारियों को जानकारी दी हमारा इतिहास 2000 साल से भी पुराना है।

पहले खेती पर निर्भर नहीं हुआ करते थे जितने उपयोग के लायक अनाज है उसको उत्पादन कर लेते थे।

मुख्य रूप से जो काम था वह कारीगिरी का था।

इतिहास है उसको सीखते हुए आगे उस व्यवस्था को नए आधुनिक तरीके से जोड़ते हुए आगे बढ़ना चाहिए उसके बारे में मैंने अधिकारियों को बताया।

योजनाएं सरकार बनाती है आईएएस अधिकारियों लोगों का योगदान रहता है।

मूल तत्व को अगर अधिकारी समझेंगे कोई भी योजना है आत्मा क्या है उसको यदि समझकर कार्य करेंगे तो बहुत अच्छे से होगा।

आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज पिंगुआ ने कहा कि सिविल सेवा का काम बहुत जटिल होता जा रहा है निर्णय लेने में अक्सर अंतर्द्वंद की स्थिति निर्मित होती है तो इस प्रकार के द्वंद से कैसे बचा जा सके उसके बारे में हमारे वरिष्ठ अधिकारी हैं नॉन आईएएस उनकी क्या राय है ? इन सब को सुनते हुए हम लोगों ने सत्र में विचार विमर्श किया इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य था कि जो मैदानी अधिकारी हैं जो मुख्यालय के अधिकारी हैं उनके बीच संवाद हीनता की स्थिति नहीं रहे सब एक टीम के रूप में काम करें।

अगर अधिकारियों के बीच अंतर्द्वंद रहेगा तो जो राज्य की प्रगति है योजनाओं की जो गति है उसमें बुरा प्रभाव पड़ेगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अच्छा सुझाव दिया है नए बेच के जो अधिकारी है. उनके लिए बहुत खास था यहां से पुरानी प्रशासनिक से जुड़ी व्यवस्था कैसे चलती थी। संस्कृति में क्या-क्या महत्वपूर्ण चीजें हैं विकास करते हुए हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

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