छत्तीसगढ़

Chhattisgarh: मौत का भयानक मंजर, 48 घंटे और अंतिम संस्कार के लिए रखे हैं 40 शव, राजधानी में श्मशान घाट भी पड़े कम, 8 और खोलने की तैयारी

रायपुर। (Chhattisgarh) कोरोना जिसके सुनते ही 2020 का भयावह मंजर हमारे आंखों के सामने झूमने लगता है। अब थोड़ी राहत के बाद कोरोना ने फिर एंट्री कर ली है। और इस बार काफी भयानक रूप में। जी हां कोरोना का नया स्ट्रेन काफी घातक है। सर्दी, खांसी, बुखार नहीं बल्कि इसके नए लक्षण काफी खतरनाक है। जो कि सहीं समय पर पता नहीं चलने के कारण लोगों के मौत का कारण बन रहा है।

नए स्ट्रेन से संक्रमित मरीजों में संक्रमण बढ़ने के साथ मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ भी इससे अछूता नहीं है। रायपुर, दुर्ग जिलों में कोरोना से अब तक कई सौ लोगों की मौत हो चुकी है। आलम यह है कि शवों को जलाने के लिए श्मशान घाट पर जगह कम पड़ने लगा है। (Chhattisgarh) एक साथ दर्जनभर लाशे जलाई जा रही है। यहां तक की राजधानी की हालत देखकर आप सिहर जाएंगे। यहां 40 शव 48 घंटे से अंतिम संस्कार के लिए पड़े हैं।

(Chhattisgarh) राजधानी के 7 श्मशान घाट भी अंतिम संस्कार के लिए कम पड़ गए हैं। ऐसा कोई इंतजाम भी नहीं है कि मौत के बाद शवों का अंतिम संस्कार जल्द किया जाए। ऐसे में शासन द्वारा राजधानी में 8 और श्मशान की घाट की व्यवस्था अंतिम संस्कार के लिए की गई है। जिससे जल्दी- जल्दी शवों का अंतिम संस्कार हो सकें।

राजधानी के श्मशान घाट में कुछ दिन पहले एक साथ कई शवों को जलाया गया। राजधानी नहीं बल्कि दुर्ग जिले से भी ऐसे वीभत्स कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही है। जो कि आपके रौंगटे खड़े कर देगा। एक साथ कई शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

गौरतलब है कि प्रदेश में कोरोना बेकाबू हो चुका है। बीते 24 घंटे में 11626 मरीजों की पुष्टि हुई है। जबकि मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा है। 63 मरीज 24 घंटे के भीतर दम तोड़ चुके हैं। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कई जिलों में लॉकडाउन लगाया गया है। सीमाओं को सील कर दी गई है। जिससे संक्रमण पर काबू पाया जा सकें। लेकिन हालात कब और कैसे सुधरेंगे ये तो आने वाला समय बताएगा।

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