छत्तीसगढ़ बन रहा निवेश का नया हब, 2025 में 1.63 लाख करोड़ का औद्योगिक निवेश

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ औद्योगिक क्रांति की ओर तेजी से अग्रसर है। प्रोजेक्ट टूडे की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025 में राज्य ने 218 नई परियोजनाओं के माध्यम से 1,63,749 करोड़ का निवेश आकर्षित किया है।
यह देश के कुल निवेश का 3.71% है और छत्तीसगढ़ को टॉप 10 निवेश वाले राज्यों की सूची में शामिल करता है। सीएम साय ने कहा, कि छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति केवल निवेश को नहीं, बल्कि रोजगार और आर्थिक समृद्धि को भी प्राथमिकता देती है। अमृतकाल-छत्तीसगढ़ विजन 2047 ‘नवा अंजोर’ के तहत हमारा राज्य विकसित भारत के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाएगा।
1 नवंबर 2024 से लागू हुई नई औद्योगिक नीति ने छत्तीसगढ़ को निवेशकों के लिए आकर्षक गंतव्य में बदल दिया है। इसकी प्रमुख विशेषताएं:
- सिंगल विंडो सिस्टम 2.0, त्वरित अनुमतियाँ
- फार्मास्यूटिकल्स, आईटी, एआई, ग्रीन हाइड्रोजन, सेमीकंडक्टर और पर्यटन क्षेत्रों में विशेष प्रोत्साहन
- 30-50% सब्सिडी, 5–12 साल तक टैक्स छूट, ब्याज अनुदान
- 5 लाख नए रोजगार सृजन का लक्ष्य
- 1000+ रोजगार देने वाली इकाइयों के लिए बी-स्पोक नीति
- प्रति कर्मचारी ₹15,000 तक प्रशिक्षण अनुदान
देश-विदेश में छत्तीसगढ़ की गूंज
मुख्यमंत्री साय की पहल पर दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में इन्वेस्टर्स कनेक्ट मीट आयोजित किए गए:
- मुंबई: ₹6000 करोड़ के प्रस्ताव, अमेरिका व रूस के कॉन्सल जनरल की भागीदारी
- दिल्ली: ₹15,184 करोड़ के निवेश प्रस्ताव
- बेंगलुरु: ऊर्जा क्षेत्र में निवेश सहमति
तकनीकी हब की ओर एक और कदम
- नवा रायपुर में राज्य का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट स्थापित किया गया
- आईटी हब के रूप में नवा रायपुर को विकसित किया जा रहा है
- नैसकॉम के साथ समझौता – तकनीकी नवाचार को बढ़ावा
4.4 लाख करोड़ का कुल औद्योगिक निवेश
अब तक राज्य में ₹4.4 लाख करोड़ से अधिक का निवेश हुआ है। पिछले एक वर्ष में 300 से अधिक सुधार लागू किए गए हैं:
- कागजी कार्रवाई में भारी कटौती
- सब्सिडी वितरण प्रक्रिया 7 दिन में पूरी
- छोटे व्यापारियों से लेकर बड़े उद्योगों तक की सुविधा