निःशुल्क चावल वितरण में अनियमितता का मामला सदन में उठा, पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने पूछा -यह योजना छत्तीसगढ़ में चालू है या नहीं और हैं तो कितना चावल वितरित किया गया

रायपुर। पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कोविड काल में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना अन्तर्गत केंद्र सरकार द्वारा निःशुल्क चावल वितरण में अनियमितता का मामला उठाया है। उन्होंने पूछा कि यह योजना छत्तीसगढ़ में चालू है या नहीं और हैं तो कितना चावल वितरित किया गया ….?
खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि 27.10 लाख टन चावल का आबंटन प्राप्त हुआ। हितग्रहियों द्वारा 26.40 लाख टन चावल का हुआ उठाव,उठाव के बाद 0.70 लाख टन बचत चावल है।
कौशिक ने आरोप लगते हुए कहा अप्रैल और अक्टूबर के चावल केंद्र सरकार से फ्री में बाटने मिला हैं या नहीं ?
अमरजीत भगत ने कहा अप्रैल से अक्टूबर तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण के तहत निशुल्क दिया गया है। कौशिक ने आरोप लगाया कि इस योजना के तहत चावल निशुल्क नहीं दिया गया है।
कौशिक ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना के लिए आए एक करोड़ 50 लाख क्विंटल चांवल का घोटाला हुआ है , ये घोटाला 5127 करोड़ का है ….
मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की तुलना में राज्य सरकार ने ज्यादा सब्सिडी दिया है , केंद्र ने 20 माह में 676 करोड़ की जबकि राज्य सरकार ने 6481 करोड़ की सब्सिडी दी की है । हमने जितना चांवल मिला था उसका वितरण किया है….
मंत्री ने कहा कि भाजपा के सदस्य हिंदी में नहीं समझ रहे है इसलिए अब अंग्रेजी मे जवाब दूंगा। इस पर भाजपा के सदस्य नाराज हो गए और इस आपत्ति दी । विधानसभा अध्यक्ष ने भी मंत्री को ऐसी भाषा मे जानकारी देने को कहा जिसे सभी सदस्य समझ सके। इसको लेकर पक्ष और विपक्ष के सदस्यों में काफी देर से नोकझोंक हो रही। बृजमोहन ने कहा कि ये 5 हजार करोड़ के भ्रष्टाचार का मामला है इस पर स्पष्ट जवाब आना चाहिए। …..