CG: कालीचरण के भक्त का दावा- उन्हें वकील से नहीं मिलने दिया जा रहा, जेल में उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं, प्रमोद दुबे के खिलाफ गुस्सा

रायपुर। राजधानी में आयोजित धर्म संसद में महात्मा गांधी के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने वाले संत कालीचरण महाराज 52 दिनों से रायपुर के जेल में बंद है। अब कालीचरण के भक्त ने दावा किया है कि उन्हें उनके वकील से मिलने नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कालीचरण को जेल में उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है। किसी चीज की जरूरत हो तो फौरन मुहैया भी कराते हैं। मुस्कुराकर कालीचरण जेल में दूसरे कैदियों से भी मिलते हैं और उन्हें धर्म और अध्यात्म की बातें बताते हैं। करीब डेढ़ महीने बाद कालीचरण को उनके पिता से फोन पर बात करवाई गई। पिता ने भी बेटे का हालचाल लिया, तब बेटे ने आश्वस्त किया कि जल्द ही सब कुछ ठीक होगा। कालीचरण समर्थकों में प्रमोद दुबे के खिलाफ गुस्सा है। कालीचरण से जुड़े सूत्रों का दावा है कि अपनी पहुंच और रुतबे की वजह से हाईकोर्ट में भी दुबे से जुड़े लोग मामले को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं, इसीलिए अब इनके खिलाफ अभियान शुरू करने की तैयारी है।
धर्म संसद में किया था महात्मा गांधी का अपमान
महाराष्ट्र के अकोला से आए संत कालीचरण ने मंच से धर्म विशेष के लोगों को टारगेट करते हुए देश के विभाजन के लिए महात्मा गांधी को जमकर कोसा था। उन्होंने कहा था कि मोहनदास करमचंद गांधी ने उस वक्त देश का सत्यानाश किया। नमस्कार है नाथूराम गोडसे को, जिन्होंने उन्हें मार दिया। कार्यक्रम के मुख्य संरक्षक और राज्य गोसेवा आयोग के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने इस बयान का विरोध करते हुए मंच छोड़ दिया था। वहीं अन्य संतों ने भी संत कालीचरण के बिगड़े भड़काऊ बोल पर नाराजगी जाहिर की थी।