
अनिल गुप्ता@दुर्ग। सतनामी समाज के प्रवर्तक बाबा गुरु घासीदास जी की 266 वी जयंती समारोह भिलाई में भी मनाई गई। सेक्टर 6 सतनाम भवन में आयोजित इस समारोह में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल प्रमुख रूप से उपस्थित हुये। जहाँ उन्होंने मनखे मनखे एक समान का संदेस देने वाले बाबा घासीदास की पूजा आराधना कर समाज के लोगो को कई सारी सौगाते दी।
गुरु घासीदास सेवा समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सर्वप्रथम सतनाम भवन पहुचकर बाबा गुरु घासीदास के तैलय चित्र पर माल्यार्पण कर पूजा आराधना किया। इसके पश्चात समाज के लोगो से मुलाकात करने मंच पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान समाज के पदाधिकारियों ने महमाला से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। आयोजन के दौरान गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू मंत्री शिव डहरिया, विधायक कुंवर सिंह निषाद देवेंद्र यादव भी मुख्य रूप से मंच पर उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर समाज के लोगो को संबोधित करते हुये कहा,कि गुरु घासीदास जी का प्रभाव ही ऐसा है। जो कि आज भी मानव को प्रेरित करता है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कार्यक्रम के पश्चात मीडिया से बात करते हुये कहा, कि आरक्षण की राजनीति राजभवन से की जा रही है।और इसके लिए एकात्म परिसर से पर्ची जाती है। और उसे वह लिखकर (बिना राज्यपाल का नाम लिए) भेजती है।
मुख्यमंत्री गुरु घासीदास जी की जयंती पर अनुसूचित जाति के आरक्षण पर भी जबाव देते हुये कहा ,कि 2021 की जनगणना या समाज की तरफ से हेड काउंट कराई जाती है। और उसी आधार पर 16 प्रतिशत एससी का आरक्षण तय हो पायेगा। और 13 प्रतिशत का प्रस्ताव तो उनकी सरकार के द्वारा भेजा गया है। अनुसूचित जाति के लिए 16 प्रतिशत का आरक्षण देने में उन्हें कोई समस्या नही हैं। लेकिन भारत सरकार 2021 की जनगणना की कॉपी उपलब्ध कराए।या फिर एससी समाज की तरफ से हेड काउंट कराई जाए तभी यह संभव हो पायेगा।
पठान फ़िल्म के गाने और भगवा रंग को लेकर हिंदूवादी संग़ठन पर भी मुख्यमंत्री ने कटाक्ष करते हुये कहा, कि भगवा रंग को वो ही धारण करता है। जिसने घर परिवार और समाज को त्याग दिया हो। लेकिन बजरंगी गुंडे जो भगवा रंग के गमछे पहनकर निकले हैं, उन्होंने त्याग कुछ नही किया है, बल्कि वसूली करने के लिए भगवा पहन रहे है। रंगों से किसी की जाती धर्म तय नही किया जा सकता है।