बिलासपुर। जिले के सीपत क्षेत्र से लगे हुए बिटकुला-खम्हिरया वन परिक्षेत्र में सोमवार की शाम तेंदुए का शव मिला है। ग्रामीणों ने दोपहर करीब 12 बजे तेंदुए का शव देखा। जिसकी सूचना वनकर्मियों को दी। सूचना देन के बाद भी वनकर्मियों ने ग्रामीणों को बातों को अनसूना किया। करीब 4 बजे डिप्टी रेंजर हफीज खान पहुंचे। फिर धीरे-धीरे कर एक-एक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। लेकिन जानकारी देने से बचने के लिए अपने फोन बंद कर दिए हैं। मंगलवार को तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों का राज खुल सकता है।
तेंदुए के पैर के निचले हिस्से यानी कि पंजे का हिस्सा गायब था। उसके दांत को भी निकाल लिए गए थे।तेंदुए का जिस बेरहमी से शिकार किया गया है। इससे उसके अंगों की तस्करी करने की आशंका जताई जा रही है। शिकारियों ने तेंदुए को मारने के बाद उसके चारों पैर को काट दिया। शव को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह 2 दिन पूराना है। ऐसे में अब वन विभाग के अफसर इस नाकामी को छिपाने का प्रयास कर रहे हैं। के साथ ही अफसरों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहा है।