प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना : किसानों की आय और उत्पादकता बढ़ाने का बड़ा मिशन

जशपुर में आधुनिक खेती और कृषि व्यवसायों की ओर बढ़ रहा रुझान
रायपुर। प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना (PMDDKY) वर्ष 2025-26 से लागू की गई एक महत्वाकांक्षी सरकारी पहल है। योजना का लक्ष्य उन जिलों में किसानों की आय और कृषि उत्पादकता बढ़ाना है, जहाँ अब तक प्रदर्शन संतोषजनक नहीं रहा है।
इसके लिए 11 मंत्रालयों की 36 योजनाओं का समन्वित क्रियान्वयन किया जा रहा है। योजना के माध्यम से सिंचाई, भंडारण, आसान कृषि ऋण, कृषि यंत्रीकरण और फसल विविधीकरण पर विशेष फोकस किया गया है, ताकि किसानों को आत्मनिर्भर बनाते हुए देश को दालों और अन्य फसलों में आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर किया जा सके।
जशपुर जिले में इस योजना को जमीनी स्तर पर मजबूत रूप से लागू किया जा रहा है। रबी फसलों की आधुनिक तकनीक से किसानों को अवगत कराने तथा पशुपालन और मत्स्यपालन जैसे कृषि-संबद्ध व्यवसायों को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक समिति स्तर पर विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जा रहे हैं। इन शिविरों में जिले के प्रगतिशील कृषक प्रशिक्षक की भूमिका निभा रहे हैं। वे अपने अनुभव, नवाचारों और चुनौतियों को साझा कर अन्य किसानों को अधिक उत्पादन और बेहतर लाभ कमाने की दिशा में प्रेरित कर रहे हैं।
कृषि एवं संबद्ध विभागों के अधिकारी भी वैज्ञानिक तरीके से खेती, सरकारी अनुदान प्राप्ति और योजनाओं का लाभ कैसे लिया जाए इसकी विस्तृत जानकारी दे रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र और कृषि महाविद्यालय के विशेषज्ञ इन शिविरों में उन्नत कृषि तकनीकों का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
योजना के तहत जिले में 09 आदिम जाति सेवा सहकारी समितियों में दलहन-तिलहन उत्पादक किसान अपनी उपज—उड़द, मूंग और मूंगफली को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर बेच सकते हैं। प्रशासन ने किसानों से एकीकृत किसान पोर्टल पर पंजीयन कराने की अपील भी की है।
साथ ही, किसानों को कृषक उत्पादक संगठन (FPO) से जुड़कर सामूहिक विपणन, समूह खरीद-बिक्री और आधुनिक कृषि प्रथाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस पहल से किसानों की आय में दोगुनी वृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बढ़ रहा है।





