महिला आयोग को संदेह: युवतियों को समलैंगिक बताकर की जा रही तस्करी, जांच के निर्देश

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. किरणमयी नायक व सदस्यों लक्ष्मी वर्मा, सरला कोसरिया, ओजस्वी मंडावी एवं दीपिका शोरी ने आयोग कार्यालय में मामलों की सुनवाई की। इस दौरान एक चौंकाने वाला मामला सामने आया, जिसमें युवतियों को समलैंगिक बताकर उनकी तस्करी का संदेह जताया गया है।
प्रकरण में एक महिला ने शिकायत की कि कुछ अनावेदकों ने उसकी 22 वर्षीय बेटी को अपने घर में अवैध रूप से रखा है और समाज में यह अफवाह फैला दी गई है कि उसकी बेटी समलैंगिक है। आवेदिका को अपनी बेटी से मिलने तक की अनुमति नहीं दी जा रही है। महिला ने यह भी बताया कि अनावेदकों के घर में पिछले 6-7 महीनों से जवान लड़कियां आती हैं, लेकिन बाद में वे कहां जाती हैं, इसका कोई पता नहीं चलता।
महिला आयोग ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और इसे मानव तस्करी से जुड़ा मामला माना है। आयोग ने पुलिस से अनावेदकों की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही आवेदिका की पुत्री को सखी प्रशासिका रायपुर को सौंपा गया है, जहां उसका मेडिकल प्रशिक्षण करवाकर रिपोर्ट आयोग को सौंपी जाएगी।
सुरक्षा की दृष्टि से युवती को फिलहाल नारी निकेतन में रखा जाएगा, क्योंकि वह अपनी मां के साथ घर जाने को तैयार नहीं है। खुद आवेदिका ने भी बेटी की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उसे नारी निकेतन में रखने की सहमति दी है। आयोग ने युवतियों की तस्करी की आशंका को लेकर गहराई से जांच के संकेत दिए हैं।